आरजी कर मामला : अदालत में  पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू

कोलकाता : आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला जूनियर डॉक्टर की हत्या और बलात्कार मामले में कोलकाता पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया मंगलवार से एक विशेष अदालत में शुरू हो गई है। ये अधिकारी प्रारंभिक जांच में शामिल थे।

एक अधिकारी के अनुसार, सबसे पहले उस वीडियोग्राफर का बयान दर्ज किया जाएगा, जिसने अपराध स्थल का वीडियो बनाया था। यह स्थान अस्पताल परिसर के सेमिनार हॉल में स्थित है, जहां नौ अगस्त की सुबह पीड़िता का शव बरामद हुआ था। आरोप है कि अपराध स्थल को ठीक से सुरक्षित नहीं किया गया था, जिससे वहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। इससे सबूतों के साथ छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है।

सोमवार को पीड़िता के शव का पोस्टमार्टम कराने वाले न्यायिक मजिस्ट्रेट के बयान दर्ज किए गए। इसके साथ ही इनक्वेस्ट और पोस्टमॉर्टम प्रक्रिया को रिकॉर्ड करने वाले वीडियोग्राफरों के बयान भी लिए गए। हालांकि, महिला डॉक्टरों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी, जिसे मंगलवार को पूरा किया जाएगा। इसके बाद पुलिस से जुड़े वीडियोग्राफर का बयान लिया जाएगा।

बलात्कार और हत्या के इस मामले में सुनवाई 11 नवंबर से शुरू हुई और पूरी प्रक्रिया कैमरे के सामने की जा रही है। इस मामले में तीन लोग न्यायिक हिरासत में हैं:

1. संजय रॉय: एक सिविक वॉलंटियर, जिसे सीबीआई की पहली चार्जशीट में मुख्य आरोपित ताया गया है।

2. संदीप घोष: आर. जी. कर के पूर्व प्रिंसिपल।

3. अभिजीत मंडल: पूर्व थाना प्रभारी, जिन पर जांच को गुमराह करने और सबूतों के साथ छेड़छाड़ का आरोप है।

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