हुगली : सोमवार तड़के हुगली जिले के मोगरा थानान्तर्गत पालपाड़ा इलाके में स्थित एक बीएसएफ जवान के घर डकैती करने पहुंचे थे। डकैतों के दल में से चार डकैतों को बीएसएफ परिवार के लोगों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से पकड़ लिया और उसकी सामूहिक पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मोगरा थाना अंतर्गत पालपाडा मे सोमवार तड़के बीएसएफ के जवान प्रताप सिंह के घर के रसोईघर की खिड़की तोड़कर डकैती करने कुछ डकैत घर मे घुस गये। दो मंजिला मकान के ऊपरी हिस्से में जवान के पिता हरिनाथ सिंह तथा उसके नाती प्रतीक के साथ सो रहे थे। डकैतों ने घर में घुसने के साथ ही हरिनाथ पर हमला कर दिया। अपने दादा को पीटते देख दस साल का बालक प्रतीक बदमाशों पर टूट पड़ा। बदमाशों ने उसे भी पीटा। इस दौरान नीचे के घर में मौजूद लोग जग गए और प्रताप ने अपने एक परिचित को फोन कर दिया। थोड़ी देर बाद मोगरा थाने की पुलिस मौके पर पहुँच गई। पुलिस को देखते ही डकैत भागने लगे। लेकिन उनमें से तीन तीन लोग रंगेहाथ पकड़े गए। प्रताप सिंह ने बताया कि उनके घर से डकैत अस्सी हजार रुपये नगद और पंद्रह लाख रुपये के आभूषण ले भागे हैं।
हरिनाथ सिंह ने बताया कि उनके छोटी लड़की की शादी एक दिसम्बर को होनी तय है। इसके लिए खरीदारी चल रही थी। उसके पास गहने थे। बड़ी लड़की इस मौके पर आई है। उसके पास गहने और रूपए थे। डकैतों ने सब लूट लिया। पुलिस ने ठीक समय पर पहुँचकर तीन डकैतों को पकड़ लिया।
एक डकैत धान के खेत में छुपा था। वह मौका देख कर भागने के फ़िराक में था। लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने उसे भागते हुए देख पकड़ लिया और उसकी जमके पिटाई कर डाली। पुलिस ने उसे लोगों से छुड़ाकर हिरासत में लिया और थाने ले गई।
सोमवार अपराह्न पुलिस सूत्रों से पता चला कि तीन डकैत कल्याणी के निवासी हैं। डकैतों के नाम विभाष सिकदर, आकाश मंडल, गौतम राय और प्रोसेन मंडल है। गौतम राय मोगरा के बीसपाड़ा इलाके का निवासी है। पुलिस इनसे पूछताछ कर इनके अन्य साथियों का पता लगाने में जुटी थी।