कोलकाता : अलीपुरद्वार जिले की पुलिस ने जयगांव में एक निजी स्कूल के शिक्षक की निर्मम हत्या के मामले को चार दिनों में सुलझाने का दावा किया है। इस दिल दहला देने वाली घटना में शिक्षक के निजी अंग को काटकर उनके मुंह में डाल दिया गया था। शिक्षक का क्षत-विक्षत शव 16 नवंबर की सुबह बरामद हुआ था।
यह जघन्य हत्या इलाके में चर्चा का विषय बन गई, क्योंकि मृतक संतालबीर लामा को शांतिप्रिय स्वभाव और स्थानीय चर्च के कल्याणकारी कार्यों से जुड़े होने के लिए जाना जाता था।
पुलिस ने इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है और हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपितों में पांडु राय और विजय सुब्बा पेशेवर हत्यारे हैं, जिन्होंने इस क्रूर हत्या को अंजाम दिया। वहीं, रोहित थापा और पासांग लामा ने इन हत्यारों को शिक्षक की हत्या के लिए सुपारी दी थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या की क्रूरता को देखते हुए पहले यह माना जा रहा था कि यह किसी व्यक्तिगत दुश्मनी या भावनात्मक आक्रोश का परिणाम था। लेकिन जांच के बाद पता चला कि रोहित थापा और पासांग लामा ने शिक्षक से लिए गए 1.5 लाख रुपये का कर्ज न लौटाने के लिए उनकी हत्या की योजना बनाई थी।
जानकारी के अनुसार, रोहित थापा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) का सक्रिय नेता था और एक समय वह जीजेएम की केंद्रीय समिति का सदस्य भी रह चुका है। उसका आपराधिक इतिहास भी रहा है। 2017 में डुआर्स क्षेत्र में एक संघर्ष के मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपितों की गिरफ्तारी ने इलाके में इस हत्याकांड से उपजे भय और आक्रोश को कुछ हद तक शांत किया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।