कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषणा के मुताबिक पश्चिम बंगाल में स्कूल कॉलेज आज यानी गुरुवार से खुल गए हैं। आठवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं में पठन-पाठन शुरू कर दिया गया है। गुरुवार की सुबह यूनिफार्म में बच्चे एक बार फिर स्कूल जाते नजर आए। इससे न केवल छात्रों में बल्कि अभिभावकों में भी खुशी और उत्साह का माहौल है।
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि स्कूलों को खोलने की तैयारी दो दिन पहले ही शुरू कर दी गई थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषणा के तत्काल बाद सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि स्कूलों में साफ-सफाई और शारीरिक दूरी के पालन करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार कर लिया जाए। शिक्षक और गैर शिक्षा कर्मियों को एक दिन पहले ही स्कूल आने को कह दिया गया था। स्कूलों में छात्रों के प्रवेश से पहले उनके शरीर का तापमान मापने की व्यवस्था की गई है और दो बच्चों के बीच बैठने की जगह पर दूरी पर्याप्त रहे इसकी व्यवस्था पहले से ही कर ली गई है।
शिक्षा विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक सातवीं तक के बच्चों को उनके इलाके में ही एक जगह चिन्हित कर अस्थाई पाठशाला लगाकर पढ़ाया जाएगा। उसमें अंकगणित, शब्द ज्ञान, कविता गायन, नृत्य तथा अन्य विषयों की कक्षाएं चलेंगी। मोहल्ला शिक्षा परियोजना के तहत 50 हजार 159 स्कूलों के आसपास मौजूद खुली जगह में बच्चों की पाठशाला आयोजित की जाएंगी। इन अस्थाई पाठशालाओं में दो लाख नियमित शिक्षक और 21 हजार निविदा शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे। इसमें 60 लाख बच्चे शामिल हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की वजह से स्कूलों को बंद कर दिया गया था। 16 मार्च 2020 को पहली बार स्कूल बंद हुए थे जिसके बाद 12 फरवरी 2021 को नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू की गई थीं। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के तेज होने के बाद एक बार फिर इन्हें 20 अप्रैल 2021 से बंद कर दिया गया था जो अब दोबारा खुले हैं।