कोलकाता : रतनगढ़ नागरिक परिषद, सहारोग्य एवं स्विच ऑन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को आहार से औषधि विषय पर मेवाड़ बैंक्वेट में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। पूर्व राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा, विकास नांगलिया,सुरेश केडिया ने दीप प्रज्ज्वलित किये। प्रारम्भ में सिन्हा ने अपने जीवन में आई विभिन्न बीमारियों की विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि कुछ वर्ष पूर्व उनकी दोनों किडनी तक फेल हो चुकी थी किन्तु डॉ. खादर के सम्पर्क में आने पर खान-पान में परिवर्तन से पिछले लगभग 6 वर्षों से उनके स्वास्थ्य में अविश्वसनीय सुधार हुआ।
उन्होंने बताया कि मिलेट मैन आफ इण्डिया के नाम से अन्तर्राष्ट्रीय लब्ध प्रतिष्ठित आहार वैज्ञानिक, कृषि रत्न एवं वर्ष २०२३ में पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर खादर वली, अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनी की करोड़ों रुपये की लाभदायक सर्विस का परित्याग कर, स्वस्थ समाज का निर्माण करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। संगोष्ठी में कवि छवि नाथ मिश्र रचित स्वास्थ्य गीत का गायन हुआ। डॉक्टर खादर ने चर्चा में बताया कि जब हमारा खानपान गलत है तो दवा भी कुछ नहीं कर सकती और अगर हमारा खान-पान सही है तो दवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती।
उन्होंने बताया कि बीमारियों की जड़ मिलावटी तेल, घी, दूध, चावल, गेहूं, चीनी आदि हैं। अतएव मिलेट जैसे ज्वार, बाजरा, रागी आदि मोटे अनाज का सेवन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि गत जी-20 सम्मेलन में विश्व प्रसिद्ध हस्तियों के लिए भी इन्हीं आहारों को प्रधानता दी गई थी। उपस्थित सभी ने आयोजन की सराहना की एवं प्रश्नोत्तरी द्वारा जिज्ञासाओं का समाधान पाया। कार्यक्रम को सफल बनाने में महेश भुवालका, लूणकरण सुरेका, विशंभर दयाल सराफ, पवन जालान, शिवकुमार चौधरी, श्यामलाल़ चौधरी, हरीश भुवालका, अविनाश अग्रवाल, सुनीता झुनझुनवाला, पूनम जाजू एवं काफी संख्या में मातृशक्ति का योगदान रहा।
कार्यक्रम में रमेश नांगलिया, वरिष्ठ पत्रकार रथिन बंद्योपाध्याय, डॉ. चांद की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम स्थल पर मिलेट से बने हुए सामान की प्रदर्शनी और बिक्री के लिए भी रखा गया था। निकट भविष्य में परिषद के आग्रह पर डॉक्टर खादर ने पुनः आने की स्वीकृति प्रदान की। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन परिषद के विशिष्ट सहयोगी महाबीर प्रसाद रावत ने किया।