इतिहास के पन्नों में 18 सितम्बर : उरी हमले का जख्म, सर्जिकल स्ट्राइक से बदला

जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के करीब स्थित भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर 18 सितंबर 2016 को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 16 जवान बलिदान हो गए। सैन्य बलों की जवाबी कार्रवाई में हमलावर सभी चार आतंकी मार गिराए गए।

18 सितंबर 2016 को सुबह करीब साढ़े 5 बजे भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों ने हमला कर दिया। आतंकियों ने तीन मिनट के भीतर 17 हैंड ग्रेनेट फेंक कर काफी नुकसान पहुंचाया। छह घंटे तक चली मुठभेड़ में सैन्य बलों ने चारों आतंकियों को मार गिराया। बीस वर्षों में भारतीय सेना पर किया गया यह सबसे बड़ा आतंकी हमला था।

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हमले के दस दिनों बाद भारत ने पाकिस्तानी सीमा में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक कर बदला लिया। पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए 150 कमांडोज की मदद से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया। भारतीय जवानों ने 28-29 की दरम्यानी रात को पीओके में सीमा के भीतर तीन किमी अंदर तक घुसकर आतंकी ठिकानों को तहस-नहस कर डाला।

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