देश-दुनिया में 27 सितंबर की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख कार बनाने वाली कंपनी फोर्ड के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। फोर्ड ने 27 सितंबर, 1908 को ही अपने बहुचर्चित टी मॉडल की पहली कार बनाई थी। फोर्ड ने इससे पहले बी, डी, एफ,के, एन, आर, एस मॉडल लॉन्च किए थे। इस कार को मिशीगन के पिकेट एवेन्यू प्लांट में बनाया गया था।
पहली अक्टूबर 1908 को यह कार शोरूम से बिकनी शुरू हुई। 20 हॉर्स पॉवर के चार सिलेंडर इंजन वाली इस कार की शुरुआती कीमत 850 डॉलर थी। कंपनी का यह मॉडल इतना बिका कि फोर्ड को इसका प्रोडक्शन ज्यादा क्षमता वाली हाइलैंड की एक दूसरी फैक्टरी में ट्रांसफर करना पड़ा। कंपनी ने प्रोडक्शन में लगने वाले समय को भी कम किया। पहले जहां एक कार को बनाने में 12 घंटे का समय लगता था, वहीं 1913 में डेढ़ घंटे में ही एक कार बनकर तैयार होने लगी। फोर्ड ने 19 साल तक लगातार इसका प्रोडक्शन किया। मई 1927 तक 1.5 करोड़ मॉडल टी कारें सड़कों पर दौड़ रही थीं।
इसके अलावा भारत के सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में एडल्टरी (व्यभिचार) को अपराध बताने वाले कानून को रद्द कर दिया। तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच जजों वाली बेंच ने आईपीसी के सेक्शन 497 को अवैध करार दिया। जस्टिस मिश्रा ने कहा था कि हमारे लोकतंत्र की खूबी ही मैं, तुम और हम की है।
एडल्टरी चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में अपराध नहीं है। यह शादियों में परेशानी का नतीजा हो सकता है, उसका कारण नहीं। इसे अपराध कहना गलत होगा। फैसले में यह भी कहा गया कि पति अपनी पत्नी का आका नहीं हो सकता।