किशनगंज/कोलकाता : रक्षाबंधन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के प्यार और दुलार भरने वाला दिन है। रक्षाबंधन हर साल श्रावण शुक्ल की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा काल लगने वाला है, जिसके चलते त्योहार की तारीख को लेकर बड़ा कन्फ्यूजन फैल गया है। कोई 30 अगस्त तो कोई 31 अगस्त को राखी का त्योहार मनाने की बात कर रहा है।
मंगलवार को पंडित मनोज मिश्रा ने सारी कन्फ्यूजन को दूर करते हुए रक्षाबंधन की सही तारीख और भद्रा काल के समय के बारे में बताते हैं। रक्षाबंधन का त्योहार सावन शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है। सावन शुक्ल पूर्णिमा तिथि का आरंभ बुधवार, 30 अगस्त को सुबह 10.59 बजे होगा और इसका समापन गुरुवार, 31 अगस्त को सुबह 7.05 बजे होगा। पंडित मनोज मिश्रा का कहना है कि रक्षाबंधन का त्योहार 30 और 31 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा। बहनों को सिर्फ भद्रा काल को ध्यान में रखते हुए भाई को राखी बांधने का समय निकालना होगा।
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त की रात 9 बजकर 2 मिनट से लेकर 31 अगस्त की सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगा। रक्षाबंधन पर भद्रा काल में भाई को राखी बांधना वर्जित माना गया है। इस बार 30 अगस्त को पूर्णिमा तिथि के साथ ही भद्रा काल आरंभ हो जाएगा, जो रात 9.02 बजे तक रहेगा। यानी भद्रा काल करीब 10 घंटे तक लगा रहेगा। इसलिए बहनें 30 अगस्त को भद्रा काल के बाद ही भाई की कलाई पर राखी बांध सकेंगी।