कोलकाता : भारत के सबसे युवा इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (IoE) शिव नादर विश्वविद्यालय, दिल्ली-एनसीआर, ने 2024-25 के लिए प्रवेश लेना शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग, नेचुरल साइंस, मैनेजमेंट एंड एंत्रप्रेन्योरशिप, और ह्यूमनिटीज एंड सोशल साइंस में अपने चार स्कूलों में सभी कार्यक्रमों के लिए आवेदन स्वीकार कर रहा है।
आवेदन फॉर्म विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट (http://www.snu.edu.in/home) पर उपलब्ध करा दिए गए हैं। 2024-25 के लिए, विश्वविद्यालय ने 12वीं कक्षा में अपने स्कूलों में शैक्षणि प्रदर्शन में शीर्ष पर रहने वाले छात्रों के लिए एक नई छात्रवृत्ति शुरू की है। छात्रवृत्ति के बारे में विस्तार से जानकारी https://snuadmissions.com/ पर उपलब्ध है।
अपने विशिष्ट संकाय के लिए विख्यात, जिसमें से बहुत से शिक्षक कोलकाता से हैं, शिव नादर विश्वविद्यालय, दिल्ली-एनसीआर, ने अंडरग्रेजुएट से लेकर ग्रेजुएट्स और पीएचडी प्रोग्राम तक सभी शैक्षणिक स्तरों पर लगातार उच्च क्षमता वाले छात्रों को आकर्षित किया है। संस्थान को अपने विविधतापूर्ण छात्र समूह पर गर्व है, जिसमं सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य पश्चिम बंगाल का महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व है।
कोलकाता में आज मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. पारथा चटर्जी, डीन ऑफ एकेडमिक्स और अर्थशास्त्र विभाग में प्रोफेसर, शिव नादर विश्वविद्यालय, दिल्ली-एनसीआर ने कहा, “हमारे पाठ्यक्रमों में कोलकाता से जबरदस्त प्रतिक्रिया देखकर हम काफी उत्साहित हैं और हर साल यहां से आने वाले आवेदनों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। पश्चिम बंगाल में प्रतिभाशाली छात्रों की बड़ी संख्या है, और हमने देखा है कि इस क्षेत्र के छात्र विभिन्न पाठ्यक्रमों, चाहे वह ह्यूमनिटीज एंड सोशल साइंस हो, नेचुरल साइंस हो, इंजीनियरिंग या मैनेजमेंट, में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। इस साल भी हम बड़ी संख्या में उत्कृष्ट छात्रों का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।”
शिव नादर विश्वविद्यालय, दिल्ली-एनसीआर से स्नातक करने वाले छात्र भारत और विदेश में शीर्ष संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, कुछ ने अपनी स्नातक डिग्री पूरी करने के बाद पीएचडी कार्यक्रम में सीधे प्रवेश हासिल किया है। यह विश्वविद्यालय की चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट्स रिसर्च डिग्री की वैल्यू, और इसकी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी प्रतिभा को पोषित करने की क्षमता को प्रदर्शित करता है।
विश्वविद्यालय की सफलता में सबसे ज्यादा योगदान इसके अत्यधिक प्रभावी कैरियर डेवलपमेंट सेंटर (CDC) का है, जिसने लगातार एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड बनाया है। पिछले साल, विश्वविद्यालय के स्नातकों को गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, गोल्डमैन सैक्स, पीडब्ल्यूसी, यूबीएस, पालो अल्टो, सिलिकॉन लैब्स, मैकेंजी, एलएंडटी, एयरबस, होंडा, जेके टायर्स आदि प्रमुख संगठनों द्वारा अपने यहां भर्ती किया
गया है।
2011 में स्थापित, विश्वविद्यालय लगभग 3000 छात्रों और 250 से ज्यादा शिक्षकों के साथ 286 एकड़ के आवासीय परिसर में फैला हुआ है। इसे 2022 में ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ का दर्जा हासिल हुआ।