कोलकाता : कृष्णनगर में युवती की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मृतका के पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टरों ने बताया कि युवती को ज़िंदा जलाया गया था, न कि एसिड डालकर मारा गया था। पहले यह आरोप लगाया गया था कि हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए उसके शरीर पर एसिड डालकर जलाया गया, लेकिन मरणोपरांत जांच से यह साफ हो गया कि युवती के शरीर को ज़िंदा जलाया गया था।
यह खुलासा गुरुवार को कल्याणी के जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल (जेएनएम) अस्पताल में हुए पोस्टमॉर्टम के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए डॉक्टर सौम्यज्योति बनर्जी ने किया। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम के दौरान “एंटीमॉर्टम बर्न” यानी ज़िंदा हालत में जलने के सबूत मिले हैं। एसिड या किसी अन्य रसायन से जलाने के कोई प्रमाण नहीं मिले। हालांकि, उन्होंने कहा कि कुछ और जांच बाकी हैं, जिनके बाद मामले की और स्पष्टता आ सकेगी।
बुधवार को मृतका का अर्धनग्न और अर्धदग्ध शरीर कृष्णनगर में पाया गया था। परिवार ने आरोप लगाया था कि युवती का सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या की गई। इस मामले में पुलिस ने युवती के प्रेमी को मुख्य आरोपित के रूप में गिरफ्तार किया है। गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
इस घटना की जांच के लिए राज्य पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। राज्य के एडीजी (दक्षिण बंगाल) सुप्रतीम सरकार ने बताया कि जांच में सीआईडी की भी मदद ली जा रही है। हालांकि, बलात्कार या सामूहिक बलात्कार के आरोपों पर टिप्पणी करने से बचते हुए सुप्रतीम सरकार ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कोई ठोस जानकारी दी जा सकेगी।
मृतका के परिवार ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है, क्योंकि उन्हें राज्य पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है।
आरोपित युवक ने कोर्ट में ले जाते वक्त सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।
कृष्णनगर पुलिस जिले के एसपी अमरनाथ के. ने कहा कि युवती के परिवार की मांग पर पोस्टमॉर्टम न्यायिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में किया गया है। इसमें एक वरिष्ठ ऑटोप्सी सर्जन भी मौजूद थे, जिन्होंने परिवार से भी बातचीत की। एसपी ने यह भी जानकारी दी कि फॉरेंसिक विशेषज्ञ शुक्रवार को आएंगे, और उम्मीद है कि दो दिनों के भीतर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी।