कोलकाता : कोलकाता में लंबे समय से चल रहे नौकरी अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन के बीच 2016 एसएलएसटी नौकरी अभ्यर्थियों ने सोमवार को पश्चिम बंगाल सरकार को चेतावनी दी। अभ्यर्थियों ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “यदि सात दिनों के भीतर उन्हें नियुक्त नहीं किया गया, तो कई अभ्यर्थी आत्महत्या कर लेंगे। हमने पहले ही इसकी योजना बना ली है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर शिक्षा मंत्री ब्रत्य बोस तक झूठे वादे कर रहे हैं। कुणाल घोष भी झूठ बोलकर आक्रोश फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। अब और नहीं। इतने दिनों तक हमलोग चुप रहे, अब बड़ा कदम उठाएंगे। हम अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे।”
नौकरी अभ्यर्थियों के प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुदीप मंडल, मैदुल इस्लाम, कैलाश लेट, साथी कर्मकार और राजर्षि दास उपस्थित थे। उन्होंने शिकायत करते हुए कहा कि हम सभी ने परीक्षा पास कर ली है और रजिस्ट्रेशन करा लिया है। तब से अब तक हमें नौकरी नहीं मिली है। एक हजार एक सौ दिनों से हम सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं। जब चुनाव आता है तो सत्तारूढ़ पार्टी समस्या का समाधान करने का वादा करती है। चुनाव खत्म होते ही वादे भुला दिए जाते हैं।
2019 में प्रेस क्लब के सामने हुए आंदोलन में मुख्यमंत्री आईं और उन्होंने चुनाव के बाद समस्या का समाधान करने का वादा किया। लेकिन उनके आश्वासन मिथ्या साबित हुए। उसके बाद पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी भ्रष्टाचार के आरोप में जेल चले गये। वर्तमान शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने भी झूठे वादे किये और फिर तृणमूल नेता कुणाल घोष। एक के बाद एक लोग झूठे वादे कर रहे हैं। हम आंदोलन बंद कर देंगे। हमने उन्हें सात दिन का समय दिया। गाइडलाइन जारी कर हमारी नियुक्ति करनी होगी।