हावड़ा स्टेशन पर 92 हजार रुपये के जाली नोट के साथ तस्कर गिरफ्तार, अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश

हावड़ा : पश्चिम बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने नए साल के पहले ही दिन बड़ी कार्रवाई करते हुए हावड़ा रेलवे स्टेशन पर जाली नोटों की तस्करी कर रहे एक व्यक्ति को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में आरोपित के पास से 92 हजार रुपये मूल्य के जाली भारतीय नोट (एफआईसीएन) बरामद किए गए।

कैसे हुआ खुलासा?

कोलकाता पुलिस की एसटीएफ की तरफ से गुरुवार को दी गई जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर को एसटीएफ की टीम ने हावड़ा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर एक संदिग्ध व्यक्ति को रोका। गहन जांच के दौरान उसके पास से 500 रुपये के नोटों के दो बंडल बरामद किए गए, जो एक पॉलीथीन बैग में छिपाए गए थे। जब्त किए गए सभी नोटों की कुल कीमत 92 हजार रुपये आंकी गई है।

कौन है आरोपित?

गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मुन्‍ना (30 वर्ष), निवासी सूती, जिला मुर्शिदाबाद, के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने यह जाली नोट मालदा जिले से खरीदे थे और इन्हें पश्चिम बंगाल से बाहर बेचने की योजना बना रहा था। आरोपित ने बताया कि इस तस्करी के जरिए उसे मोटा मुनाफा कमाना था।

इस मामले में हावड़ा जीआरपी थाने में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 179/180 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि यह अंतरराज्यीय तस्करी का मामला है, और इसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

एसटीएफ के एसपी की प्रतिक्रिया

एसटीएफ के एसपी इंद्रजीत बसु ने गुरुवार दोपहर प्रेस को बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क पश्चिम बंगाल से लेकर अन्य राज्यों तक फैला हुआ है। उन्होंने कहा, “हम जांच के जरिए इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की दिशा में काम कर रहे हैं। आरोपित से मिले सुरागों के आधार पर जल्द ही और गिरफ्तारियां की जाएंगी।”

पुलिस का मानना है कि जाली नोटों का यह कारोबार देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की साजिश का हिस्सा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इस तस्करी से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।

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