नयी दिल्ली : देश एवं सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। एसबीआई ने फंड की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) में 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी की है। बैंक ने 3 महीने में तीसरी बार लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। स्टेट बैंक की बढ़ी हुई दरें सोमवार से लागू हो गई हैं।
इस बढ़ोतरी के बाद बैंक की एक रात से 3 महीने की एमसीएलआर 7.15 फीसदी से बढ़कर 7.35 फीसदी हो गई है। इसी तहत 6 महीने के लिए एमसीएलआर 7.45 फीसदी से बढ़कर 7.65 फीसदी हो गया है। बैंक का एक साल के लिए दर 7.50 फीसदी से बढ़कर 7.70 फीसदी और दो साल के लिए 7.70 फीसदी से बढ़कर 7.90 फीसदी हो गया है। ऐसे ही 3 साल के लिए एमसीएलआर 7.8 फीसदी से बढ़कर 8 फीसदी हो गया है।
दरअसल इससे पहले स्टेट बैंक ने पिछले महीने भी एमसीएलआर रेट में 0.10 फीसदी का इजाफा किया था। इसी तरह एक हफ्ते पहले एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 0.05 से 0.10 फीसदी का इजाफा किया था, जो 8 अगस्त से लागू हो गई है। इसके अलावा आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी फंड की सीमांत लागत आधारित उधार दर 0.05 से लेकर 0.15 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने महंगाई दर को काबू में रखने के लिए रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट की दर 5.40 फीसदी हो गई है। आरबीआई के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के कई बैंकों ने कर्ज लेना महंगा कर दिया है।