कोलकाता : सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार ने नई महिम शुरू की है। राज्य सरकार की ओर से ऐसे शिक्षकों के खिलाफ जांच शुरू की गई है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने पहले ही विभिन्न जिलों में कार्यरत शिक्षकों के खिलाफ जांच शुरू करने का आदेश दे दिया है।
स्कूल शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक क़ानूनी तौर पर कार्यरत शिक्षकों की प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने की मनाही है। इसके बावजूद विभिन्न जिलों में कार्यरत शिक्षकों पर प्राइवेट ट्यूशन देने के आरोप लगातार सामने आते रहे हैं। एक विशेष संगठन द्वारा शिकायत मिलने के बाद राज्य स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक जांच शुरू की। इसके बाद इस मामले में कई शिक्षकों के नाम सामने आये हैं जो प्राइवेट ट्यूशन कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर ने एक जांच कमेटी का गठन किया है। स्कूली शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक सिर्फ उत्तर 24 परगना जिले में ही कई ऐसे शिक्षकों के नाम मिले हैं जिनके खिलाफ संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक ने जांच शुरू करने का आदेश दिया है। संबंधित जिलों के स्कूल से संबंधित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूल का नाम और शिक्षक के नाम की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को भेजी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, राज्य की ओर से पूरी प्रक्रिया में तेजी लाने का आदेश दिया गया है। इससे पहले, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विभिन्न जिलों के स्कूल निरीक्षकों को यह जांच करने का निर्देश दिया था कि कौन-कौन से शिक्षक निजी ट्यूशन में शामिल हैं। कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जुलाई के अंत में विभिन्न जिलों के विद्यालय निरीक्षकों को पत्र भेजा। इसे देखते हुए विभिन्न जिलों के स्कूल निरीक्षकों ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लेकर जांच शुरू कर दी है।