कोलकाता : सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय के तत्वावधान में अन्तर्विद्यालयी कहानी वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में कोलकाता महानगर के 16 विद्यालयों के 28 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चिंतक अजयेंद्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों के मानसिक विकास के साथ-साथ भाषायी वाचन कौशल के विकास में सहायता मिलती है।
मुख्य वक्ता डॉ. तारा दूगड़ ने कहा कि वर्तमान में संचार माध्यम, तकनीकी एवं वैज्ञानिक प्रगति ने व्यक्तित्व विकास के भले ही बहुत साधन जुटा लिए, पर हज़ारों सालों से मानव मन को गढ़ने का काम कहानियाँ ही करती रही हैं, अनकहे को कहने का सशक्त माध्यम है कहानी।
धन्यवाद ज्ञापित करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों में साहित्य के प्रति रुचि जागृति होती और कहानियों से अच्छे संस्कार मिलते हैं।
इस प्रतियोगिता में क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर सावित्री पाठशाला फॉर गर्ल्स की कुसुम सिंह, सेठ सूरजमल जालान बालिका विद्यालय की परी सिंह और मारवाड़ी बालिका विद्यालय की विभा सिंह रही।
इस प्रतियोगिता निर्णायक डॉ. बृजेश कुमार सिंह, डॉ. श्रीपर्णा तरफदार और डॉ. विकास कुमार साव थे।
इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष भरत जालान, दुर्गा व्यास, महावीर प्रसाद बजाज, अरुण मल्लावत, नंदलाल सिंघानिया, कथावाचक पुरुषोत्तम तिवारी, कामायनी संजय , डॉ. रामप्रवेश रजक, जीवन सिंह, रविन्द्र तिवारी, डॉ रविशंकर मिश्रा, लक्ष्मी जायसवाल, दीक्षा गुप्ता, दिव्या प्रसाद, नेहा जायसवाल, डॉ. ऋषिकेश सिंह, उमा अग्रवाल, परमजीत पंडित, अरविंद तिवारी, पलक सिंह सहित अन्य गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ. कमल कुमार एवं श्रीमोहन तिवारी व संचालन विवेक तिवारी ने किया।