तख्ता पलट अस्वीकार्य, सभी नेताओं को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए: व्हाइट हाउस
नयी दिल्ली : सूडान की सेना ने तख्ता पलट कर देश की कमान अपने हाथों में ले ली है। इसके बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राजधानी खार्तूम की सड़कों पर उतर आए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सैनिकों के साथ टकराव में अभी तक सात प्रदर्शनकारियों की जान चली गयी है और 140 लोगों के घायल होने की खबर है।
सूडान की सेना ने एक दिन पूर्व सोमवार को देश के प्रधानमंत्री अब्दल्लाह हामदोक सहित अंतरिम सरकार के कई मंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में सूडान के सैन्य तख्ता पलट पर चर्चा की संभावना है। उधर, व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता करीन जीन ने कहा कि सैन्य कार्यवाही को हम अस्वीकार करते हैं और प्रधानमंत्री सहित नजरबंद किये गए अन्य सभी नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं।
तेजी से हुए घटनाक्रम में सरकारी टीवी और रेडियो मुख्यालयों को सेना ने कब्जे में ले लिया था। देश में इंटरनेट सेवा ठप कर दी गयी। खार्तूम एयरपोर्ट को बंद कर उड़ानें निरस्त कर दी गयीं। उसके बाद जनरल अब्देल फतह बुरहान ने टीवी संदेश में देश की सत्तारूढ़ स्वायत्तशासी परिषद् एवं प्रधानमंत्री अब्दल्लाह हामदोक के नेतृत्व वाली सरकार को भंग करने की घोषणा की।
सैन्य तख्तापलट से नाराज बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर इसका कड़ा विरोध किया। इस दौरान जगह-जगह प्रदर्शनकारियों एवं सैन्यकर्मियों में टकराव की खबरें हैं। इस संघरर्ष में कई प्रदर्शनकारी गोलियों के शिकार हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से सूडान पर राज कर रहे उमर अल बशीर को दो साल पहले सत्ता से हटाकर अंतरिम सरकार अस्तित्व में आई थी। उसी समय से सेना और सरकार के बीच टकराव के हालात चल रहे थे।