कोलकाता : पंचायत चुनाव से पहले एक बार फिर राजनीतिक हिंसा में एक और हत्या हुई है। उत्तर 24 परगना के देगंगा में तृणमूल कार्यकर्ता के बेटे को मौत के घाट उतारने का आरोप लगा है। इसे लेकर देर रात तक सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन होते रहे आगजनी भी की गई।
दावा है कि मंगलवार रात 11:30 बजे के करीब तृणमूल कार्यकर्ता चुनाव प्रचार खत्म कर लौटे थे और अपने बेटे के साथ थे तभी दोनों पर बमबारी की गई। आरोप है कि निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन में माकपा और आईएसएफ के लोग रैली लेकर गुजर रहे थे जिन्होंने बम मारा। गंभीर रूप से घायल 16 साल के बच्चे को अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद रात को ही विरोध प्रदर्शन और तोड़फोड़ शुरू हो गया। आरोपितों के घर में आगजनी की गई है। पुलिस ने देर रात ही मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
स्थानीय सूत्रों ने बताया है कि मंगलवार रात 11:30 बजे के समय तृणमूल कार्यकर्ता रैली से लौट रहे थे। उस समय निर्दल उम्मीदवार के समर्थन में माकपा और आईएसएफ के कार्यकर्ता रैली कर रहे थे। उसी रैली से तृणमूल कार्यकर्ता के घर को लक्ष्य कर बमबारी हुई। गोली भी चलाई गई है। उसी में 11वीं कक्षा में पढ़ने वाला छात्र चपेट में आ गया। उसे विश्वनाथपुर ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। घटना को लेकर बुधवार सुबह से तनाव का माहौल है। इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई है।
तृणमूल नेता काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि एक छात्र को जिस निर्मम तरीके से मौत के घाट उतारा गया है वह दर्दनाक है। पुलिस को कार्रवाई के लिए कहा गया है। माकपा या आईएसएफ की ओर से इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।