◆ पानी पीने के बाद 118 श्रमिकों की बिगड़ी थी तबीयत, 6 अभी आईसीयू में दाखिल, पानी के फिल्टर में सल्फास के पाउच मिलने के बाद पुलिस सक्रिय
सूरत : सूरत के कापोद्रा क्षेत्र के हीरा कारखाना अनभ डायमंड में पीने के पानी के फिल्टर में सल्फास मिलाने की घटना पर पुलिस ने हत्या की कोशिश की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की है। बुधवार को यहां फिल्टर का पानी पीने के बाद 118 हीरा श्रमिकों की तबीयत बिगड़ गई थी। जांच के दौरान फिल्टर के पास सल्फास का पाउच मिलने से लोगों के होश उड़ गए थे। तबीयत बिगड़ने की शिकायत और चक्कर आने वाले सभी हीरा श्रमिकों को तत्काल किरण और डायमंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को 6 श्रमिकों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें आईसीयू में रखा गया है।
श्रमिकों के पानी में सल्फास मिलाने की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। मामले में हत्या के प्रयास बीएनएस 109 (1) धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिस जगह पर फिल्टर था, वहां सीसीटीवी कैमरा नहीं था। माना जा रहा है कि कारखाने के परिचित व्यक्ति की ही यह करतूत हो सकती है। पुलिस ने जांच में फॉरेंसिंक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम का सहयोग लिया है। साथ ही बीमार हुए सभी 118 हीरा श्रमिकों का बयान दर्ज कराया जा रहा है।
डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि मामले में 4-5 संदिग्ध हीरा श्रमिकों से कापोद्रा पुलिस पूछताछ कर रही है। इसके अलावा 3 अलग-अलग टीम मामले की जांच में जुटी है। अनभ जेम्स के कारीगरों की सूची के अनुसार जांच हो रही है। इसके अलावा हीरा कारखाना में अंदर आने वाले डीलर और सब डीलर की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने अभी तक 50 लोगों का बयान दर्ज किया है।
कापोद्रा चौराहे के पास जीवराजभाई गाबाणी का अनभ डायमंड नाम से हीरा कारखाना है। इसमें 120 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। 9 अप्रेल को सुबह साढ़े 8 बजे तक 120 कर्मचारी काम पर आए थे। सुबह 9 बजे के आसपास इनमें से 118 कर्मचारियों को चक्कर आने लगा। इसके साथ ही उन्हें श्वास लेने में भी तकलीफ होने लगी। कारखाना मैनेजर के भांजा निकुंज ने सुपरविजन किया तो उसने अपने मामा को पानी से दुर्गंध आने की जानकारी दी। बाद में फिल्टर चेक किया गया तो अंदर से सल्फास का पाउच मिला। इसका पाउच फटा हुआ था। इससे आशंका हुई कि पानी में सल्फास मिलाया गया है।