कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को राज्य के एक मंत्री पर एक विशेष समुदाय के जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। अधिकारी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस संदर्भ में एक और एक वीडियो सहित पोस्ट साझा किया जिसमें मंत्री के इस तरह की टिप्पणी करने की बात कही गई है।
यह आरोप पश्चिम बंगाल के जन शिक्षा विस्तार और पुस्तकालय सेवा विभाग के प्रभारी मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी पर लगाया गया है। अधिकारी के अनुसार, वीडियो में मंत्री “हम दो, हमारे चार” की अवधारणा को बढ़ावा देते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि स्वतंत्र रूप से नहीं हो सकी है।
अधिकारी ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, खासकर जब भारत जनसंख्या विस्फोट की समस्या से निपटने के लिए दशकों से लोगों को छोटे परिवार के लाभों के प्रति जागरूक करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, “ममता सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री विधानसभा के भीतर इस तरह की बातें कर रहे हैं, जो पश्चिम बंगाल के लिए खतरे की घंटी है। यह भारत का सबसे घनी आबादी वाला राज्य है, जहां लाखों रोहिंग्या पहले ही बस चुके हैं और अल्पसंख्यकों की जनसंख्या 35 प्रतिशत से अधिक हो गई है।”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या यह किसी विशेष समुदाय के लिए अप्रत्यक्ष रूप से जनसंख्या वृद्धि का आह्वान है और इसे “जनसांख्यिकीय बदलाव का गुप्त संकेत” करार दिया।
शुभेंदु अधिकारी ने केंद्र सरकार से जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पारित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाया जा सकता है और “विकसित भारत” के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए समाज के एक वर्ग को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि मंत्री पहले वक्फ (संशोधन) विधेयक को लागू नहीं करने की बात कह चुके हैं।