कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की।
इसी तरह की एक याचिका राज्य कांग्रेस प्रमुख और पांच बार से पार्टी के लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को दायर की थी। दोनों याचिकाओं को कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम की खंडपीठ ने स्वीकार कर लिया है। शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की खंडपीठ में दोनों मामलों पर बुधवार को सुनवाई होगी।
आठ जून को चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से अब तक 40 लोग चुनाव संबंधी हिंसा का शिकार हो चुके हैं। जब विपक्ष के नेता कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर रहे थे, तब बड़े पैमाने पर हिंसा, झड़प और मतपत्र लूटने और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। राज्य के विभिन्न हिस्सों से ऐसी खबरें आ रही थीं।
न्यायमूर्ति शिवगणनम ने सोमवार को जारी हिंसा और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के संबंध में अधिकारियों की लापरवाही बरतने की प्रवृत्ति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे पर आरोप लगा रहा है। दूसरा किसी और पर आरोप लगा रहा है। फिर हमारे द्वारा इतने सारे आदेश पारित करने का क्या मतलब है?