कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बीएसएफ को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ममता बनर्जी के बयान को ‘राष्ट्र विरोधी’ करार देते हुए कहा कि इससे देश की सुरक्षा एजेंसी का मनोबल गिरता है।
मीडिया से बात करते हुए अधिकारी ने बुधवार को कहा कि मंगलवार को मुख्यमंत्री ने यह आरोप लगाया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में बंद जवान पूर्णम कुमार की सुरक्षित वापसी को लेकर कोई गंभीर पहल नहीं कर रही है। ममता ने यह भी कहा था कि जब बीएसएफ कुछ नहीं कर रही, तो उन्हें खुद यह मामला देखना पड़ेगा।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से बीएसएफ को निष्क्रिय संस्था बता दिया है। यह बयान राष्ट्र विरोधी है। अगर बीएसएफ को आप भरोसे के लायक नहीं मानतीं, तो फिर किससे बात करेंगी? क्या ममता बनर्जी सीधे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ से बात करने की योजना बना रही थीं?
अधिकारी ने जानकारी दी कि उन्होंने खुद बीएसएफ के महानिदेशक से बात की थी और उन्हें आश्वासन मिला था कि जवान पूर्णम कुमार साव की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्णम की सुरक्षित वापसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीएसएफ के प्रयासों की बदौलत संभव हुई है।
बाद में एक आधिकारिक बयान में अधिकारी ने कहा कि यह राष्ट्र के लिए गर्व और राहत का क्षण है। मैं बीएसएफ के उच्च अधिकारियों, रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय का दिल से आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने इस पूरे मामले में अदम्य प्रयास किए।
पूर्णम साव को मंगलवार सुबह 10:30 बजे पंजाब के अटारी संयुक्त चेक पोस्ट के ज़रिए भारत को सौंपा गया। वह पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गए थे। उनके पास सर्विस हथियार भी था। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था और दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच वे वहीं बंद रहे।