कोलकाता : एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भाजपा के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के घर के पास कांथी में जनसभा की तो दूसरी ओर उनके जवाब में अभिषेक के संसदीय क्षेत्र डायमंड हार्बर में शुभेंदु अधिकारी ने भी शनिवार को अपराह्न जवाबी जनसभा की। शुभेंदु अधिकारी के पहुंचने से पहले उनके सभा मंच के पास हमला हुआ। तोड़फोड़ आगजनी और भाजपा कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा गया है। इसीलिए जनसभा में संबोधन की शुरुआत ही शुभेंदु अधिकारी ने कार्यकर्ताओं को धैर्य रखने की नसीहत देने के साथ की।
उन्होंने कहा कि कभी भी कानून को हाथ में नहीं लेना है, लोकतांत्रिक तरीके से इसका जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं शुरू करने पर भरोसा नहीं रखता लेकिन खत्म हम लोग करेंगे। अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बगैर कोयला और मवेशी तस्करी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के सांसद सब कुछ खा जाते हैं। तृणमूल नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों की ओर से बार-बार दिल्ली तलब किए जाने को लेकर भी उन्होंने तंज कसा और कहा कि डर के मारे एक अदालत से दूसरी अदालत में तृणमूल नेता दौड़ रहे हैं ताकि कोई उन्हें दिल्ली ना ले जाए। भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी कार्यकर्ता घायल हुए हैं उनके इलाज की जिम्मेदारी मेरी है। इसके बाद अगर जनसभा करूंगा तो मैं किसी को भी छोटी गाड़ी में आने को नहीं कहूंगा। पांच ट्रेन किराए पर लूंगा और सबको उसी में आना होगा। तब अगर तृणमूल वाले हमला करेंगे तो आरपीएफ उन्हें ढूंढ कर ठीक कर देंगे।
पुलिस महानिदेशक के खिलाफ अदालत की अवमानना का मामला करने की चेतावनी देते हुए शुभेंदु ने कहा कि कोर्ट ने मेरी जनसभा को अनुमति दी, सुरक्षा की भी जिम्मेवारी पुलिस को सौंपी लेकिन मेरी सभा में आ रहे लोगों पर हमले हुए, तोड़फोड़ आगजनी हुई। अधिकारी ने कहा कि पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय को कोर्ट की अवमानना के लिए तैयार रहना होगा।