कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में सोमवार को डेंगू को लेकर तीखी नोकझोंक के बाद नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि राज्य में 10 लाख से अधिक लोग डेंगू की चपेट में हैं। डेंगू संबंधी सवाल के जवाब में ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि अब तक आठ लोग इसकी चपेट में आने की वजह से मारे जा चुके हैं जबकि करीब चार हजार लोग संक्रमित हैं।
इसके बाद मीडिया से मुखातिब शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार हमेशा की तरह डेंगू संक्रमित और मरने वालों की संख्या छुपा रही है। ताकि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की विफलता पर पर्दा डाला जा सके। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री ने कहा था कि डेंगू के मच्छर बांग्लादेश से आ रहे हैं। आज असफलता स्वीकार कर ली। उन्होंने दावा किया कि उस दिन मुख्यमंत्री को कोई जानकारी नहीं थी।
सोमवार को विधानसभा में विपक्ष की तरफ से डेंगू पर चर्चा कराने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। लेकिन अध्यक्ष विमान बनर्जी ने इसे स्वीकार नहीं किया। जिसके बाद भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट किया। विधायकों ने विधानसभा के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया।
इसके विपक्षी दल के नेता शुभेंदु ने कहा कि विधानसभा को जानकारी देने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी है। वह यह जानकारी देने के लिए बाध्य हैं कि कितने लोगों का परीक्षण किया गया है, कितने लोग सकारात्मक पाए गए हैं, कितने अस्पताल में हैं, कितने की मृत्यु हो गई है।
विपक्षी दल के नेता ने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों के रोकथाम के लिए केंद्र की ओर से हर साल 100 करोड़ रुपये दिये जाते हैं। इसमें पंचायतें, नगर पालिकाएं और संबंधित विभाग शामिल हैं। स्वास्थ्य सचिव ने फरवरी से अब तक सिर्फ एक बैठक की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे राज्य में इस वक्त 10 लाख लोग डेंगू से संक्रमित हैं।
शुभेंदु ने कहा कि प्लेटलेट्स कम होने पर तृणमूल नेता इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में जा रहे हैं, तो कुछ अमेरिका जा रहे हैं। लेकिन सुंदरबन, उत्तर बंगाल की पहाड़ियों या पश्चिम के जंगलों के लोगों के पास पैसा नहीं है।
आधिकारिक तौर पर अब तक डेंगू से आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इस बारे में पूछे जाने पर विपक्षी दल के नेता ने कहा कि डेंगू से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वह यह बात पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहे हैं।