कोलकाता : वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने यह दावा किया है कि ममता बनर्जी की सरकार बच्चों के मध्याह्न भोजन के लिए केंद्र द्वारा भेजी गई मिड-डे-मील की राशि का दुरुपयोग कर रही है। शुभेन्दु ने सोशल मीडिया पर अपने दावे के समर्थन में कुछ साक्ष्य भी प्रस्तुत किये हैं। उन्होंने बीरभूम नरसंहार पीड़ितों को राज्य सरकार की ओर से दिए गए वित्तीय मुआवजे का चेक की प्रति सोशल मीडिया पर डाली है। इस पर देखा जा सकता है कि मिड डे मील फंड के स्टांप के साथ वित्तीय आवंटन किया गया है।
शुभेंदु ने ट्विटर पर लिखा है कि ममता बनर्जी को फोटो सेशन और दिखावा करने का बहुत शौक है। वह कंबल बांटती हैं, नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों को वित्तीय मुआवजा दे रही हैं, उन तमाम कार्यों के लिए केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए मिड डे मील के फंड का दुरुपयोग कर रही हैं। यह वित्तीय अपराध है। ऐसा लगता है जैसे पश्चिम बंगाल सरकार इतनी दिवालिया हो गई है कि राज्य आपातकालीन राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष में कोई पैसा ही नहीं बचा है। लेकिन ममता बनर्जी को कैमरे पर मुआवजा देने और मंच पर कंबल बांटने का शौक है। पैसे कहां से आएंगे? तो बहुत ही आसान है। मिड डे मील के फंड का दुरुपयोग कर लो। वह इस केंद्रीय राशि में हेरफेर कर रही हैं और गरीब छात्रों के पोषण पर उनकी बुरी नजर है। मैं माननीय केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को इस बारे में सूचित करूंगा और उनसे अनुरोध करूंगा कि इस वित्तीय अपराध के सिलसिले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य के मुख्य सचिव और बीरभूम जिले के जिला अधिकारी के खिलाफ तुरंत कानूनी कदम उठाएं।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार पर केंद्र द्वारा विभिन्न मदों में भेजी जाने वाली राशि के दुरुपयोग के आरोप लगातार लगते रहे हैं।