कोलकाता : वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य पुलिस का इस्तेमाल प्राइवेट सिक्योरिटी के तौर पर कर रही है। सीएम के भतीजे अभिषेक बनर्जी की 60 दिनों तक चलने वाली जनसंपर्क यात्रा और इस दौरान आसन्न पंचायत चुनाव के लिए उम्मीदवार चयन हेतु हो रहे पार्टी लेवल की वोटिंग में बंगाल पुलिस को सुरक्षा के तौर पर तैनात किए जाने को लेकर उन्होंने सवाल खड़ा किया है। इसे लेकर उन्होंने पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा है कि पुलिस प्रशासन का इस्तेमाल जनता के हित में किया जाना चाहिए ना कि एक क्षेत्रीय पार्टी के विशुद्ध राजनीतिक कार्यक्रम में सुरक्षा के लिए तैनात किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि 60 दिनों तक चलने वाली अभिषेक की यात्रा के दौरान तृणमूल कांग्रेस आंतरिक तौर पर अपने लिए उम्मीदवार का चयन कर रही है और इसमें पुलिस की सुरक्षा में पार्टी की आंतरिक वोटिंग करवाया जाना पूरी तरह से असंवैधानिक है।
अपने पत्र में शुभेंदु ने लिखा है कि पुलिस महानिदेशक को यह बताना होगा कि किस नियम के तहत पार्टी के इस कार्यक्रम में लगातार सुरक्षा दी जा रही है। यह स्पष्ट होगा तो दूसरी राजनीतिक पार्टियां भी इस तरह का कार्यक्रम आयोजित कर सुरक्षा मांग सकेंगी। नियम है कि ऐसा करने पर राजनीतिक पार्टी को पुलिस प्रशासन को भुगतान करना पड़ता है। क्या ममता बनर्जी की पार्टी ने ऐसा किया है? किया है तो कितना भुगतान किया है? यह सब कुछ सार्वजनिक किया जाए और अगर नहीं किया है तो किस नियम के तहत सुरक्षा में पुलिस की तैनाती की गई है।
शुभेंदु ने चेतावनी दी है कि अगर इसका जवाब नहीं दिया जाएगा तो वह इसके खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी 60 दिनों तक जनसंपर्क यात्रा पर निकले हैं। इसके तहत वह प्रत्येक जिले में जा रहे हैं जहां उनकी पार्टी की ओर से आंतरिक तौर पर उम्मीदवार के चयन के लिए वोटिंग हो रही है। उसी की सुरक्षा के लिए भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती है। इसी को लेकर शुभेंदु ने सवाल खड़ा किया है।