27 मार्च अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस के रूप में मनाया जाता है। लोगों को रंगमंच के प्रति जागरूक करने के लिए 1961 में नेशनल थियेट्रिकल इंस्टीट्यूट द्वारा इसका चलन शुरू किया गया था। दुनिया भर में रंगमंच से संबंधित संस्था और समूहों की तरफ से हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय रंगमंच दिवस खास आयोजन के रूप में मनाया […]
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बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीब-उर-रहमान ने 26 मार्च 1971 को पूर्वी पाकिस्तान की आजादी की घोषणा कर दी थी। हालांकि तब वह पाकिस्तान का हिस्सा था। शेख मुजीब-उर-रहमान ने देश के लोगों से स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सेदारी का आह्वान किया। दरअसल, पूर्वी पाकिस्तान पर उर्दू थोपे जाने से जनता पहले से नाराज थी और पाकिस्तानी […]
‘भूख से मरने की बजाय जीएम अनाज खाकर मरना कहीं बेहतर है।’ -यह जवाब है हरित क्रांति के जरिये कृषि क्षेत्र का परिदृश्य बदलने वाले अमेरिकी वैज्ञानिक नॉर्मन बोरलॉग का, जिनके खिलाफ पर्यावरण वादियों का मजबूत तर्क था कि कीटनाशक एवं रासायनिक खादों के अत्यधिक इस्तेमाल के साथ जमीन से ज्यादा पानी सोखने वाली फसलों […]
टीबी यानी ट्यूबरक्युलोसिस या तपेदिक की बीमारी। 24 मार्च 1882 को टीबी के वायरस की पहचान हुई इसलिए पूरी दुनिया में यह वर्ल्ड ट्यूबरक्युलोसिस डे के रूप में मनाया जाता है। जिसका लक्ष्य टीबी संक्रमितों में बीमारी को बढ़ने से रोकना और उनके जल्द से जल्द इलाज सुनिश्चित करना है। फेफड़ों की यह बीमारी हवा […]
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु- देश के अमर बलिदानियों की त्रयी ने देशप्रेम और उसके लिए दी गई कुर्बानियों को नया आयाम दिया। भगत सिंह का मशहूर कथन है- ‘मैं खुशी से फांसी चढ़ूंगा और दुनिया को दिखाऊंगा कि क्रांतिकारी कैसे देशभक्ति के लिए खुद को बलिदान कर सकते हैं।’ इन तीनों क्रांतिकारियों को जब […]
थ्रिस्सुर वेंगाराम सुन्दरम अयंगर उस दौर में ऑटोमोबाइल क्षेत्र के अग्रणी उद्योगपति थे, जब देश आजाद नहीं हुआ था। मोटर की सवारी आम भारतीयों के लिए दुर्लभ थी लेकिन इसे संभव कर दिखाया अयंगर ने। 22 मार्च 1877 को मद्रास प्रेसिडेंसी के थिरुनेल्वेली जिले के थिरुक्कुरुन्गुदी में जन्मे अयंगर का जीवन ऐसी दास्तान है, जिसके […]
21 मार्च 1977 को 21 माह का स्याह दौर तब खत्म हो गया जब चौतरफा आलोचनाओं के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल खत्म किये जाने की घोषणा की। 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी के कहने पर तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने भारतीय संविधान की अनुच्छेद 352 के अंतर्गत आपातकाल […]
दुनिया में बैटरी के बिना आधुनिक जीवन की कल्पना असंभव है। हर व्यक्ति रोजमर्रा के काम में तरह-तरह की बैटरी का इस्तेमाल कर रहा है। बैटरी का जनक इटली के महान वैज्ञानिक अलेसांद्रो वोल्टा को माना जाता है। अलेसांद्रो ने 20 मार्च, 1800 को विश्व को बैटरी के विकास से जुड़ी खोज के बारे में […]
जनता में सर्वाधिक लोकप्रिय और कवि हृदय प्रखर वक्ता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सबसे ज्यादा अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए ख्यातिलब्ध हैं। उन्होंने देश की तीन बार कमान संभाली। 16 अगस्त 2018 को हमेशा-हमेशा के लिए खो गए वाजपेयी के विचार कालजयी हैं। स्वर्गीय वाजपेयी अपने पीछे विचार शृंखला की विरासत छोड़ गए हैं। […]
17 मार्च 2007, सबीना पार्क में विश्वकप टूर्नामेंट का पाकिस्तान बनाम आयरलैंड मुकाबला। इंजमाम-उल-हक की अगुवाई वाली पाकिस्तान की पूरी टीम लगभग 45 ओवरों में महज 132 रनों पर सिमट गई। जिसके बाद आयरलैंड ने एकतरफा मैच जीतकर पाकिस्तान को पहले ही दौर में विश्वकप से बाहर कर दिया। पाकिस्तान के ऐसे खराब प्रदर्शन की […]