मेष : संतान की ओर से हर्ष के प्रसंग बनेंगे। समय को देखकर कार्य करना ज्यादा हितकर रहेगा। परिश्रम अधिक करना पड़ेगा तभी आप लाभ की आशा कर सकते ह। कार्य क्षेत्र में पदोन्नति के योग बनेंगे। आलस्य को त्याग। पुरुषार्थ का सहारा लें। व्यवसायिक अभ्युदय भी होगा और प्रसन्नताएं भी बढ़ेगी। शुभांक-3-6-9 वृष : […]
Tag Archives: Special Coverage
विश्व स्वास्थ्य संगठन हर वर्ष 07 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाता है। इसकी बुनियाद विश्व स्वास्थ्य संगठन के अस्तित्व में आते ही रख दी गई थी। 1948 में दुनिया भर के देशों ने लोगों के स्वास्थ्य, हर जरूरतमंद तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने और एक सुरक्षित दुनिया के निर्माण के लिए साझा […]
मेष : कामकाज में आ रहा अवरोध दूर होकर प्रगति का रास्ता मिल जाएगा। मेल-मिलाप से काम बनाने की कोशिश सफल होगी। अपने काम में सुविधा मिल जाने से प्रगति होगी। नवीन जिम्मेदारी बढ़ने के आसार रहेंगे। यात्रा शुभ रहेगी। अपने काम को प्राथमिकता से करें। शुभांक-3-7-9 वृष : मांगलिक कार्योंक्रमों का आयोजन होगा। आर्थिक […]
देश-दुनिया के इतिहास में 06 अप्रैल की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। देश के सुरक्षाबलों के सीनों में हर साल यह तारीख टीस बनकर उभरती है। छह अप्रैल 2010 की सुबह आई मनहूस खबर को सुनकर सारा देश रोया था। हुआ यह था कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में तीन दिन के सर्च अभियान […]
मेष : व्यवसायिक अभ्युदय भी होगा और प्रसन्नताएं भी बढ़ेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। धर्म-कर्म के प्रति रुचि जागृत होगी। घर में शुभ समाचारों का संचार होगा। जीवनसाथी का परामर्श लाभदायक रहेगा। व्यापार व नौकरी में स्थिति अच्छी रहेगी। शुभ कार्यों का लाभदायक परिणाम होगा। शुभांक-6-7-9 वृष : बुजुर्गों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। यात्रा प्रवास का […]
मेष : लाभकारी गतिविधियों में सक्रियता रहेगी। कामकाज की व्यस्तता से सुख-आराम प्रभावित होगा। धर्म-कर्म के प्रति रुचि जागृत होगी। मानसिक एवं शारीरिक शिथिलता पैदा होगी। जोखिम से दूर रहना ही बुद्धिमानी होगी। शुभ कार्यों की प्रवृत्ति बनेगी और शुभ समाचार भी मिलेंगे। शुभांक-3-6-8 वृष : अपना काम दूसरों के सहयोग से पूरा होगा। ले […]
देश-दुनिया के इतिहास में 04 अप्रैल की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इतिहास में यह तारीख युद्ध की दो बड़ी घटनाओं की साक्षी है। 1858 में 04 अप्रैल को ही अंग्रेजों की सेना के खिलाफ भीषण संघर्ष के बाद झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को झांसी का किला छोड़ना पड़ा था। अंग्रेजों से डटकर […]