नयी दिल्ली : टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। टीसीएस ने दुनिया में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की सेवा प्रदाता कंपनियों में दूसरी सबसे मूल्यवान ब्रांड बन गई है। इस सूची में इंफोसिस तीसरे स्थान पर है। इसके साथ आईटी क्षेत्र की चार अन्य बड़ी भारतीय कंपनियों ने टॉप 25 कंपनियों में अपनी स्थिति बनाए रखी है। हालांकि, पहले स्थान पर एक्सेंचर काबिज है। ब्रांड मूल्यांकन करने वाली कंपनी ब्रांड फाइनेंस 2022 की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
ब्रांड फाइनेंस आईटी सर्विसेस 25 की 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक टीसीएस और इंफोसिस के बाद चार और भारतीय कंपनियां टॉप 25 कंपनियों की सूची में शामिल हैं। इस सूची में विप्रो 7वें स्थान पर, एचसीएल 8वें, टेक महिंद्रा 15वें, एलटीआई 22वें स्थान पर काबिज है। ये सभी 6 भारतीय ब्रांड 2020-2022 के दौरान सबसे तेजी से वृद्धि करने वाली टॉप 10 आईटी सर्विस ब्रांड सूची में शामिल है। एसेंचर दुनिया की सबसे मूल्यवान और मजबूत आईटी सर्विस ब्रांड बनी हुई है, जिसका ब्रांड मूल्य 36.2 अरब डॉलर है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत की विविध आईटी सर्विस ब्रांड ने 2020 से 2022 के बीच 51 फीसदी की औसत वृद्धि दर्ज की है, जबकि इस दौरान अमेरिका की आईटी कंपनियों की ब्रांड में 7 फीसदी की गिरावट आई। रिपोर्ट में बताया गया कि आईबीएम चौथे स्थान पर आ गई है, जबकि टीसीएस पिछले वर्ष की तुलना में 12 फीसदी और 2020 की तुलना में 24 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ दूसरे स्थान पर है। टीसीएस का ब्रांड मूल्य 16.8 अरब डॉलर है। सूची में तीसरे स्थान पर रही इंफोसिस का ब्रांड मूल्य 52 फीसदी और 2020 की तुलना में 80 फीसदी बढ़त के साथ 12.8 अरब डॉलर है।
टीसीएस ने शेयर बाजारों को दी जानकारी में कहा कि इस वृद्धि का श्रेय कंपनी अपने ब्रांड, कर्मचारियों, निवेश और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन को देती है। कंपनी की मुख्य विपणन अधिकारी राजश्री आर. ने कहा कि यह रैंकिंग कंपनी के लिए एक अहम पड़ाव है, जो बाजार में कंपनी की बढ़ती प्रासंगिकता और ग्राहकों के लिए उसके नवोन्मेष तथा परिवर्तन की पुष्टि करता है।