कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष और तृणमूल कांग्रेस के विधायक मानिक भट्टाचार्य की साजिशों के पोल लगातार खुलते जा रहे हैं। उनके करीबी तापस मंडल ने एजेन्सी की पूछताछ में बताया है कि मानिक भट्टाचार्य ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे के लिए भी स्थायी आय की व्यवस्था कर दी थी। मानिक के बेटे का नाम सौविक है जिसके नाम पर एक संस्था खोली गई थी। मूल रूप से शिक्षण संस्थानों में सर्विस देने के नाम पर खोली गई इस संस्था के जरिए बीएड कॉलेजों को सर्विस के नाम पर करोड़ों रुपये के लेनदेन हुए हैं। इसी सर्विस की आड़ में गैरकानूनी नियुक्ति का धंधा होता था।
इन बीएड कॉलेजों में पढ़ने वाले अधिकतर छात्रों को गैरकानूनी तरीके से शिक्षक के तौर पर नियुक्त किया गया और उसके लिए जो धनराशि ली गई वे सारे रुपये मानिक भट्टाचार्य ने अपने बेटे के नाम पर ट्रांसफर करने की योजना बनाई थी। इसके लिए उन्होंने एक्यूर्स सॉल्यूशन कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक संस्था बनाई थी। इसी संस्था के जरिए बीएड कॉलेजों में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवाया जाता था। इसी ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम पर प्रत्येक छात्र से 5 हजार रुपये लिए जाते थे जबकि निर्धारित रजिस्ट्रेशन शुल्क मात्र 300 रुपये है। इस रुपये को फिक्स डिपाजिट के तौर पर रखने की योजना थी जिससे स्थाई तौर पर आय होती। तापस मंडल से और अधिक पूछताछ हो रही है ताकि इस मामले के सारे राज खुल सकें।