कोलकाता : कोलकाता में प्राथमिक शिक्षा पात्रता परीक्षा (टेट) पास करने वालों को पुलिस द्वारा बर्बर तरीके से हटाए जाने को लेकर दिन भर विरोध प्रदर्शन और हंगामा होता रहा। डीवाईएफआई नेत्री मीनाक्षी मुखर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर करुणामयी के पास विरोध प्रदर्शन किया। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में एसएफआई और डीवाईएफआई के कार्यकर्ता थे। करुणामयी से पहले पुलिस ने उन्हें रोक दिया जिसके बाद वे सभी यहीं पर धरने पर बैठ गए थे।
मीनाक्षी का कहना था कि पुलिस बताएं कि कहां तक धारा 144 लगी हुई है। उसके बाहर हमलोग प्रदर्शन करेंगे लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई। पुलिस ने मीनाक्षी सहित माकपा के अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
दूसरी ओर भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोलकाता के धर्मतल्ला में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। यहां भी पुलिस ने बैरिकेडिंग कर इन्हें चारों ओर से घेर दिया था जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। उन्हें रोकने पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की और बाद में हाथापाई शुरू हो गई। यहां भी अग्निमित्रा समेत भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया। दूसरी ओर 2014 में टेट की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों ने भी करुणामयी के आसपास अदालती रोक के बावजूद विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती यहां की गई थी ताकि प्राथमिक शिक्षा परिषद के दफ्तर में कोई प्रवेश न कर सके। पुलिस ने यहां सख्ती भी बरती और किसी को आसपास नहीं जाने दिया। दूसरी ओर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार देर रात प्राथमिक शिक्षा परिषद मुख्यालय के पास धरने पर बैठे परीक्षार्थियों से बर्बरता के खिलाफ सड़कों पर उतरे। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर टायर भी जलाया।