हुगली : पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा 23,753 लोगों की नौकरी रद्द किए जाने के बाद वरिष्ठ वकील और श्रीरामपुर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार कल्याण बनर्जी ने पूर्व जज और तमलुक से भाजपा उम्मीदवार अभिजीत गांगुली पर व्यक्तिगत हमला बोला। कल्याण बनर्जी ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट में अदालत के इस फैसले पर स्टे लगेगा। मैं 43 वर्षों से मामला कर रहा हूं, मैं जनता हूं कि अदालत के इस फैसले पर स्टे लगेगा ही। अभिजीत गंगोपाध्याय ब्रीफकेस लेकर पीछे पीछे घूमने वाले व्यक्ति थे, बूढ़ी उम्र में हाई कोर्ट के जज बने, 56 या 57 वर्ष की उम्र में। कोई वकील जिसकी प्रैक्टिस अच्छी चल रही हो वह 50 वर्ष की उम्र में जज नहीं बनता। वे ही वकील इस उम्र में जज बनते हैं, जिनसे कुछ नहीं हो पाता। अभिजीत गांगुली जैसे लोग जी हजूरी करके बूढ़ी उम्र में जज बन जाते हैं ताकि पेंशन लेकर सारा जीवन बिता सकें।”
पूर्व जज के खिलाफ कल्याण बनर्जी द्वारा दिए गए इस बयान पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और श्रीरामपुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बैरिस्टर कबीर शंकर बोस भड़क उठे।
मंगलवार को बातचीत के दौरान उन्होंने बार काउंसिल से कल्याण बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। कबीर ने कहा, “पूर्व जज अभिजीत गांगुली पर कल्याण बनर्जी ने लगातार आक्षेप लगाए हैं। एक वरिष्ठ अधिवक्ता द्वारा एक पूर्व जज पर इस प्रकार की टिप्पणियां अपेक्षित नहीं है। लेकिन उन्होंने लगातार ऐसा किया है। कई लोगों के साथ उन्होंने अमर्यादित व्यवहार किया है और अभी भी कर रहे हैं। बार काउंसिल आफ इंडिया को मामले का संज्ञान लेकर कल्याण बनर्जी के इस अलोकतांत्रिक व्यवहार खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”