कोलकाता : कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के हाथों मध्य प्रदेश के खंडवा से गिरफ्तार आतंकी अब्दुल रकीब कुरैशी (33) से लगातार पूछताछ और जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।
पता चला है कि वर्ष 2009 में वह हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति की हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार हुआ था लेकिन उसे रिहा कर दिया गया। उसके बाद 2014 में खंडवा की कोर्ट में पेशी के दौरान उसने तालिबानी नारे भी लगाए गए थे। इसके बाद उसे फिर जेल में रखा गया लेकिन जमानत पर छोड़ा गया था।
उसके बाद उसने सोशल मीडिया के जरिए पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा में पकड़े गए दोनों युवकों मोहम्मद सद्दाम और सईद अहमद से संपर्क साधा। तीनों बंगाल और मध्य प्रदेश से बाहर किसी तीसरे राज्य में व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात करने वाले थे।
एसटीएफ के उपायुक्त वी सोलोमन नेशा कुमार ने गुरुवार की सुबह इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तीनों आतंकियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ चल रही है। रकीब को बुधवार को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उसे 23 जनवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है। रकीब को मध्य प्रदेश के खंडवा से सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।