कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सरकारी और सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) सुचारू रूप से संपन्न हो गई। रविवार को हुई इस परीक्षा के संबंध में सोमवार को शिक्षा विभाग की ओर से बताया गया है कि 743 परीक्षा केंद्रों में से कहीं से भी किसी कदाचार की सूचना नहीं मिली। शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष गौतम पॉल ने प्रश्न पत्र लीक की खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि ऐसे आरोप बोर्ड को बदनाम करने के इरादे से लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी खबरें आयी हैं कि दोपहर में परीक्षा शुरू होने के बाद ओएमआर शीट का एक हिस्सा व्हाट्सऐप पर प्रसारित किया गया था, लेकिन ये खबरें झूठी हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी केंद्र पर एक भी घटना नहीं हुई। छात्र पूर्वाह्न 11 बजे परीक्षा केंद्र में दाखिल हुए और उनके मोबाइल फोन ले लिए गए।’’
पॉल ने कहा कि ऐसी खबरें अज्ञात व्यक्तियों द्वारा बोर्ड को बदनाम करने की कोशिशें हैं। प्राथमिक बोर्ड के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि तीन लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। यह परीक्षा 11 हजार से अधिक रिक्त पदों को भरने के लिए लगातार दूसरे वर्ष आयोजित की गई। पांच साल के अंतराल के बाद, टीईटी दिसंबर 2022 में आयोजित की गई थी। भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं को लेकर वर्ष 2014 के टीईटी परिणाम विवादों में घिर गए थे और कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच की जा रही है।