कोलकाता : दो दिवसीय दौरे पर उत्तर बंगाल पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को अलीपुरद्वार में कार्यकर्ताओं के एक बड़े सम्मेलन को संबोधित किया। यहां उन्होंने हाल ही में अलगाववादी संगठन कामतापुर लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन (केएलओ) की ओर से वीडियो जारी कर पृथक कामतापुर राज्य की मांग किए जाने को लेकर तीखा हमला बोला है। ममता ने कहा है कि जान दे दूंगी लेकिन किसी भी सूरत में बंगाल का बंटवारा नहीं होने दूंगी। इसके अलावा उनकी सरकार पर उत्तर बंगाल की उपेक्षा के लग रहे आरोपों पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि उनके शासन में उत्तर बंगाल का चौमुखी विकास हुआ है।
अलीपुरद्वार परेड ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने केंद्र पर भी हमला बोला और कहा कि बंगाल के लोगों के 100 दिनों के रोजगार की राशि केंद्र सरकार नहीं दे रही है। केएलओ प्रमुख जीवन सिंह द्वारा सशस्त्र वीडियो जारी किए जाने की ओर इशारा करते हुए ममता ने कहा कि कुछ लोग बंदूकों के साथ वीडियो जारी कर मुझे डराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मुझे गोली बंदूकों से डराया नहीं जा सकता।
भाजपा पर लगाया हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप
भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर फैलाते हैं ताकि लोगों के बीच उन्माद बढ़े। चुनाव से पहले हर एक राज्य में भाजपा यही करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग पैसे बांट कर हिंसा फैलाने की कोशिश करते हैं ताकि अस्थिरता बढ़े।
पृथक गोरखालैंड आंदोलन में भाजपा पर दगाबाजी का आरोप लगाते हुए ममता ने कहा कि चुनाव से पहले भाजपा ने अलग गोरखालैंड बनाने का वादा किया था। चाय बागानों को खोलने का वादा किया था लेकिन वहीं भाजपा अब रेलवे लाइन के किनारे जो लोग रह रहे हैं उन्हें बेघर कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में रेलवे लाइन के किनारे बसे लोगों को जबरन हटाने नहीं दिया जाएगा।