कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बामनगोला और बराहनगर विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित दो तृणमूल विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर जारी गतिरोध खत्म नहीं हो रहा है। आज बुधवार को राज भवन में दोनों को शपथ ग्रहण के लिए बुलाया गया है लेकिन सुबह 10:30 बजे तक उनकी ओर से कोई पुख्ता जवाब नहीं दिया गया है। दूसरी ओर राजभवन में भी इसकी तैयारी तो है लेकिन अंतिम रूप नहीं दिया गया है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के दोनो नवनिर्वाचित विधायकों ने कहा कि वे बुधवार को विधानसभा में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस का चार घंटे तक इंतजार करेंगे। दूसरी ओर राज्यपाल ने अपने पत्र में कह दिया है कि विधायकों का शपथ ग्रहण राज भवन में ही होगा और अगर वे नहीं आएंगे तो प्रावधानों के मुताबिक आर्थिक जुर्माना भी लगेगा। राजभवन ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह राज्यपाल के आवास पर बोस के सामने होना चाहिए। तृणमूल के दो विधायक सायंतिका बंद्योपाध्याय और रेयात हुसैन सरकार ने राज्यपाल से 26 जून को विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का अनुरोध किया है।
उपचुनाव में बारानगर विधानसभा सीट से जीतने वालीं बंद्योपाध्याय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैं विधानसभा की सदस्य हूं और मुझे यहीं से काम करना है। यह आम चलन है कि उपचुनाव की स्थिति में राज्यपाल शपथ दिलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष या विधानसभा उपाध्यक्ष को पत्र लिखते हैं। इसीलिए मैंने राज्यपाल को पत्र लिखकर पहल करने को कहा था।’’
उन्होंने कहा, बुधवार दोपहर 12 बजे से चार बजे तक विधानसभा परिसर में माननीय राज्यपाल के आने और शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित होने का इंतजार करूंगी। चुनाव जीते तीन सप्ताह हो चुके हैं, लेकिन मैंने अभी तक अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए काम करना शुरू नहीं किया है। अगले विधानसभा चुनाव के लिए केवल डेढ़ साल का समय बचा है। मेरे पास ज्यादा समय नहीं है।’’
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा, ‘‘शपथ ग्रहण समारोह संवैधानिक प्रोटोकॉल है और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। अगर राज्यपाल इच्छुक हैं तो वे विधानसभा में आकर शपथ ग्रहण समारोह आयोजित कर सकते हैं। हम सभी व्यवस्थाएं करेंगे। हमें कोई परेशानी नहीं है। लेकिन कोई गतिरोध नहीं होना चाहिए।’’
दूसरी ओर राज्यपाल ने दोनों विधायकों को आज बुधवार को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कहा है।