कोलकाता : राज्यपाल सी वी आनंद बोस बोस ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को हटाने की मांग की है। अपने उपर लगे यौन उत्पीड़न की जांच कोलकाता पुलिस की ओर से किए जाने से राज्यपाल बेहद नाराज बताये जा रहे हैं। उन्होंने राज्य सचिवालय नवान्न और केंद्र सरकार से अपील की है कि उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच से कोलकाता पुलिस आयुक्त और संबंधित डीसी को हटा दिया जाए। सोमवार को राजभवन सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
राजभवन के सूत्रों ने कहा कि राज्यपाल ने नवान्न और केंद्र सरकार के आईएएस, आईपीएस कैडर नियामक प्राधिकरण के साथ-साथ कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और डीसी (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी को असंवैधानिक कृत्यों के लिए उनके पदों से हटा दिया जाए। राजभवन के सूत्रों के मुताबिक, बोस ने डीओपीटी से केंद्रीय स्तर पर दोनों आईपीएस अधिकारियों को तलब करने का अनुरोध किया। हालांकि, लालबाजार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दो मई को राजभवन की एक अस्थायी कर्मचारी ने राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था लेकिन कोलकाता पुलिस ने राज्यपाल के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं की क्योंकि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ पुलिस जांच नहीं की जा सकती। हालांकि शिकायत न लिखने के बावजूद कोलकाता पुलिस महिला के बयान के आधार पर जांच करती रही। लालबाजार सूत्रों से यह भी पता चला है कि डीसी (सेंट्रल) इस मामले पर सक्रिय हैं। पुलिस ने सक्रियता से राजभवन के सीसीटीवी कैमरों से कुछ फुटेज एकत्र किए ताकि यह समझने की कोशिश की जा सके कि महिला के साथ कुछ हुआ था या नहीं। पुलिस ने महिला को पुलिस के पास जाने से रोकने के लिए राजभवन के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया लेकिन हाईकोर्ट के स्थगन से जांच रोक दी गई। इसके बावजूद कोलकाता पुलिस की गतिविधियों को लेकर नाराज राज्यपाल ने अब पत्र लिखा है।