कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं उत्तराखंड सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने रविवार को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में भाजपा उम्मीदवार राजू बिष्ट के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सतपाल महाराज ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार जहां नीत नये कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं वहीं पश्चिमी बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार की गुंडागर्दी जग जाहिर हो रही है।
भाजपा नेता ने दार्जिलिंग के लेबोंग गोरखा ग्राउंड में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) विकास कार्य सही ढंग से नहीं कर पा रहा है। पहले, हर साल पहाड़ियों से लगभग 100 युवाओं को नर्सिंग संस्थानों में दाखिला मिलता था, लेकिन इस शैक्षणिक वर्ष में प्रवेश नीति में बदलाव के कारण केवल 20 को ही प्रवेश मिला है। तृणमूल केवल अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को पहाड़ी क्षेत्रों में पट्टे (भूमि अधिकार दस्तावेज) वितरित कर रही है। सिलीगुड़ी में पट्टों की मांग है। सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गयी।
सतपाल महाराज ने कहा कि बंगाल विधानसभा ने फरवरी में राज्य को विभाजित करने के प्रयासों के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया। जिसके बाद गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन के नौ सदस्य दार्जिलिंग में भूख हड़ताल पर बैठ गये। हमरो पार्टी और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा जैसी गोरखालैंड समर्थक पार्टियों ने हड़ताल का आह्वान किया था। प्रमुख नेता बिनय तमांग ने यह कहते हुए तृणमूल छोड़ दी कि दार्जिलिंग में लोकतंत्र खतरे में है। ममता सरकार की उपेक्षित नीतियों के चलते फिर से अलग राज्य की मांग उठने लगी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के केंद्रीय बजट में असम और पश्चिम बंगाल में चाय श्रमिकों के कल्याण के लिए 1,000 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की। 2023-24 का केंद्रीय बजट विशेष रूप से दार्जिलिंग पहाड़ियों, तराई और डुआर्स क्षेत्र के लिए फायदेमंद है।
इस मौके पर पश्चिम बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष संजम सिंह, दार्जिलिंग विधायक नीरज ज़िम्बा, भाजपा जिलाध्यक्ष कल्याण दीवान, जीजेएमएम के अध्यक्ष विमल गुरुंग समेत अन्य उपस्थित थे।