- दिल्ली पुलिस के ईओडब्ल्यू ऑफिस में सुरक्षा का कड़ा पहरा, पिंकी ईरानी से कराया जा सकता है सामना
नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मंदिर मार्ग पर स्थित दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के दफ्तर में बुधवार सुबह से हलचल है। बाहर सुरक्षा का कड़ा पहरा है। यहां की तीसरी मंजिल पर फिल्म अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीस ईओडब्ल्यू के अफसरों के सवालों का सामना कर रही हैं। फर्नांडीस यहां दोपहर से पहले अपने वकील के साथ पहुंची हैं। जैकलीन से जेल में बंद महाठग और धोखेबाज सुकेश चंद्रशेखर के 200 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूलने के संदर्भ में पूछताछ की जा रही है। फर्नांडीस की सहयोगी पिंकी ईरानी से पूछताछ हो चुकी है। यह संभव है कि आज ही दोनों को आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की जाए।
ईओडब्ल्यू के अफसर इस रहस्य से पर्दा उठाना चाहते हैं कि चंद्रशेखर के साथ जैकलीन के कब से संबंध हैं। साथ ही इस ठग से उसने उपहार और रकम क्यों ली। दिल्ली पुलिस के भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि इस बार पूछताछ लंबी खिंच सकती है। इससे पूर्व सितंबर के पहले हफ्ते में ईओडब्ल्यू इस केस में अभिनेत्री नोरा फतेही की गवाही दर्ज कर चुकी है।
सुकेश चंद्रशेखर को फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर शिविंदर मोहन सिंह की बीवी अदिति सिंह और कई हाई प्रोफाइल लोगों से कथित तौर पर धोखाधड़ी और जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय ने भी कई अभिनेताओं और मॉडलों से चंद्रशेखर से कथित संबंधों के बारे में पूछताछ की है। पिछले साल अप्रैल में चंद्रशेखर को 2017 के चुनाव आयोग रिश्वत मामले से जुड़े एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसमें कथित तौर पर अन्नाद्रमुक के एक पूर्व नेता शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि ईडी की चार्जशीट में जैकलीन का नाम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल है। चार्जशीट में कहा गया है कि जैकलीन को सुकेश के सभी कारनामों की जानकारी थी। इसके बावजूद उसने सुकेश से आर्थिक लेनदेन जारी रखा।
दिल्ली पुलिस अब तक सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें वह व्यक्ति भी शामिल है जिसने जेल में बंद सुकेश को अपना बंगला बेचा था। अन्य तीन सुकेश के मददगार हैं। इनकी गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक 13 अभियुक्त गिरफ्तार किए जा चुके हैं। फोर्टिस के पूर्व प्रमोटर शिवेंद्र सिंह की पत्नी अदिति सिंह ने 200 करोड़ रुपये की ठगी का मामला दिल्ली में दर्ज कराया था। इस मामले की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रोहिणी जेल से सुकेश चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया था। कारोबारी की पत्नी से उसने गृह मंत्रालय का अधिकारी बनकर संपर्क किया था। उसके पति को जेल से निकालने के लिए उसने पार्टी फंड में 200 करोड़ रुपये जमा कराने को कहा था।
ऐसे दबोचा गयाः अभियुक्त सुकेश को 2017 में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हयात होटल से गिरफ्तार किया था। उसने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत के बाद हुए विवाद में पार्टी का निशान 50 करोड़ रुपये में चुनाव आयोग से दिलवाने की बात कही थी। इस मामले में वह बीते चार साल से जेल में बंद है। जेल में रहने के दौरान ही उसने मशहूर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीस से दोस्ती की। इसका खुलासा उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से हुआ था।
सारा खेल जेल सेः सुकेश चंद्रशेखर की ठगी के मामले में तिहाड़ जेल प्रशासन से कहां चूक हुई, इसे लेकर तिहाड़ जेल में काम कर चुके पूर्व लॉ ऑफिसर सुनील गुप्ता ने बताया कि अभी के हालात में ऐसा लगता है कि जेल को प्रशासन नहीं, कैदी चला रहे हैं। इससे पहले तिहाड़ जेल से इतनी बड़ी ठगी नहीं हुई। जेल के भीतर बदमाश द्वारा मोबाइल इस्तेमाल करने, धमकी देने और रंगदारी मांगने के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं, लेकिन सुकेश के फर्जीवाड़े के सामने यह सभी अपराध छोटे हैं।
अब तक जांच एजेंसियां यह साबित कर चुकी हैं कि इस पूरे फर्जीवाड़े में जेल अधिकारी उसके साथ मिले हुए थे। इस खेल के खिलाड़ी के जाल में फंसे तिहाड़ जेल के सुपरिटेंडेंट, डिप्टी सुपरिटेंडेंट और असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट स्तर के अधिकारी गिरफ्तार हो चुके हैं। सुनील गुप्ता ने बताया कि सुकेश चंद्रशेखर से कई बार मोबाइल फोन बरामद हो चुके हैं। उसने हाई रिस्क वार्ड में रहते हुए भी अपना खेल जारी रखा।