नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि नया ‘वाणिज्य भवन’ और ‘निर्यात’ पोर्टल आत्मनिर्भर भारत की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा और एमएसएमई क्षेत्र से जुड़े लोगों को काफी फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकासशील देश को विकसित राष्ट्र बनाने में निर्यात महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पिछले साल ऐतिहासिक वैश्विक व्यवधान के बावजूद भारत ने 670 बिलियन डॉलर यानि 50 लाख करोड़ रुपये का कुल निर्यात किया। पिछले साल देश ने तय किया था कि हर चुनौती के बावजूद 400 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपये के व्यापार निर्यात का पड़ाव पार करना है लेकिन हमने इसको भी पार करते हुए 418 बिलियन डॉलर यानि 31 लाख करोड़ रुपये के निर्यात का नया रिकॉर्ड बनाया।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में भारत भी अपना निर्यात लगातार बढ़ा रहा है। निर्यात से जुड़े लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है। निर्यात बढ़ाने के लिए बेहतर नीतियां, प्रक्रिया को आसान करना, उत्पाद को नए बाजार में ले जाना इन सबने इसमें बहुत मदद की है। सरकार ने 32,000 से अधिक अनावश्यक नियमों को खत्म कर व्यापार को सुगम बनाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज सरकार का हर मंत्रालय, हर विभाग, ‘पूरी सरकार’ अप्रोच के साथ एक्सपोर्ट बढ़ाने को प्राथमिकता दे रहा है। एमएसएमई मंत्रालय हो या फिर विदेश मंत्रालय, कृषि हो या कॉमर्स, सभी एक साझा लक्ष्य के लिए, साझा प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के नए कार्यालय परिसर ‘वाणिज्य भवन’ और ‘निर्यात’ पोर्टल का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। पोर्टल निर्यात (राष्ट्रीय आयात-निर्यात वार्षिक व्यापार विश्लेषण रिकॉर्ड) भारत के विदेश व्यापार से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करने के लिए हितधारकों के लिए वन स्टॉप प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए भारत में नागरिक केंद्रित शासन के जिस सफर पर देश बीते 8 वर्षों से चल रहा है, आज उस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। देश को आज नया और आधुनिक वाणिज्य भवन और साथ ही निर्यात पोर्टल की भेंट मिल रही है। प्रधानमंत्री ने देश के पहले उद्योग मंत्री डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी नीतियां, निर्णय, संकल्प, संकल्पों की सिद्धि, स्वतंत्र भारत को दिशा देने में बहुत अहम रहे। आज देश उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दे रहा है।
प्रधानमंत्री ने पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले राजनीतिक लाभ के लिए घोषणाएं की जाती थीं, लेकिन उन्हें कब पूरा किया जाएगा, इसे लेकर कोई गंभीरता नहीं थी। हमने इस स्थिति को बदल दिया है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज जिस इमारत का उद्घाटन किया है उसकी आधारशिला उन्होंने ही 22 जून, 2018 को रखी थी। उन्होंने कहा कि सरकार की परियोजनाएं बरसों तक लटके नहीं, समय पर पूरी हों, सरकार की योजनाएं अपने लक्ष्यों तक पहुंचे, तभी देश के कर दाताओं का सम्मान है। अब तो पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के रूप में हमारे पास एक आधुनिक प्लेटफॉर्म भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वाणिज्य भवन इस कालखंड में कॉमर्स के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियों का भी प्रतीक हैं। आज हम वैश्विक नवाचार सूचकांक में 46वें स्थान पर है और लगातार सुधार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार वोकल फॉर लोकल अभियान, ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के जरिए जो स्थानीय उत्पादों पर बल दे रही है, उसने भी निर्यात बढ़ाने में मदद की है। अब दुनिया के नए-नए देशों में हमारे अनेक उत्पाद पहली बार निर्यात किए जा रहे हैं।
इंडिया गेट के पास निर्मित वाणिज्य भवन को एक स्मार्ट इमारत के रूप में डिजाइन किया गया है जिसमें ऊर्जा की बचत पर विशेष ध्यान के साथ टिकाऊ वास्तुकला के सिद्धांत शामिल हैं। यह एक एकीकृत और आधुनिक कार्यालय परिसर के रूप में काम करेगा जिसका उपयोग मंत्रालय के तहत दो विभागों यानी वाणिज्य विभाग और उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा किया जाए।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 22 जून, 2018 को अकबर रोड और मान सिंह रोड के चौराहे के निकट वाणिज्य भवन की आधारशिला रखी थी। सेन्ट्रल विस्टा के मानकों के अनुरूप इस भवन का क्षेत्रफल 19233.745 वर्ग मीटर है। भवन में स्मार्ट एक्सेस कन्ट्रोल, केन्द्रीकृत एयर कंडीशनिंग और वीडियो कांफ्रेंसिंग जैसी आधुनिक प्रौद्योगिकी से युक्त सारी सुविधाएं हैं।