हैदराबाद/नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि हैदराबाद में सरदार पटेल ने ‘एक भारत’ की नींव रखी थी। अब ‘एक भारत’ से ‘श्रेष्ठ भारत’ की यात्रा पूरी करने का दायित्व भाजपा के कंधों पर है।
हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दूसरे दिन रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रधानमंत्री के संबोधन के बारे में मीडिया को जानकारी दी। केरल, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बहुत से ऐसे प्रदेश हैं, जहां पार्टी अभी भी संघर्षरत है। पार्टी कार्यकर्ता वहां बिना सत्ता की परवाह किए संघर्ष और बलिदान देते रहे हैं। आज हम तेलंगाना में हैं। भाजपा बहुत जगह आगे बढ़ी है। भाजपा को उसके काम, उसकी गवर्नेंस और ईमानदारी के कारण जनता का बहुत आशीर्वाद मिलता है।
रविशंकर ने बताया कि प्रधानमंत्री ने आज बहुत ही विस्तार से भाजपा के लिए अवसर, भाजपा के इतिहास और विकास की यात्रा, भाजपा का भविष्य और देश के प्रति हमारा दायित्व क्या है, इसके विषय में विस्तार से बातें रखीं। प्रसाद ने कहा कि अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने दो बातें बहुत रोचक कहीं। पहली- हमारा उद्देश्य पी2 से जी2 का होना चाहिए। इसका अर्थ है कि हमारी पूरी कार्य पद्धति प्रो पीपुल, प्रो एक्टिव गवर्नेंस (जनता सापेक्ष, सुशासन सापेक्ष) होनी चाहिए। उन्होंने दूसरी बात कही कि हमारी सोच तुष्टीकरण से तृप्तीकरण होनी चाहिए। यह करने पर ही हमारे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के लक्ष्य पूरे हो पाएंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं बहनें पूरे देश में हमें बहुत आशीर्वाद दे रही हैं। हमारा फर्ज है हमारा ये कमिटमेंट उनके लिए हमेशा रहना चाहिए। हमने उज्ज्वला योजना और ट्रिपल तलाक से लेकर दर्जनों कार्यक्रम उनके लिए किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें देश को बताना चाहिए कि आज पहली बार एक आदिवासी, योग्य महिला भारत की राष्ट्रपति बनने जा रही है। यह आजादी के 75 साल में आज तक नहीं हुआ था।
प्रधानमंत्री ने पार्टी की सोच को लोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल कांग्रेस के नेता थे, लेकिन उनकी विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी हमने बनवाई। हमारी सोच लोकतांत्रिक है। हमने प्रधानमंत्री म्यूजियम बनाया। देश के सारे प्रधानमंत्रियों को उसमें स्थान दिया गया। मोदी ने कहा कि आजकल कई राजनीतिक दल अपने अस्तित्व को बचाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमें उसपर न तो हास्य करना है और न व्यंग्य करना है। हमें सीखना है कि हम कोई ऐसा काम न करें जो उन्होंने किया। विविधता की शक्ति के साथ हम अपने संगठन के संकल्प को देश में विस्तारित करें।