कोलकाता : स्वतंत्रता दिवस की रात आर.जी. कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के मामले में सौमिक दास नामक युवक को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का कार्यकर्ता है और स्थानीय पार्षद का खास माना जाता है। इसके बाद इस हमले में तृणमूल कांग्रेस का हाथ होने के विपक्ष के आरोप सही साबित होते जा रहे हैं।
सौमिक दमदम के पूर्व सिंथी इलाके का निवासी है। उसे नागेरबाजार थाने से गिरफ्तार कर कोलकाता पुलिस को सौंप दिया है। शुक्रवार को कोलकाता पुलिस की गुंडा दमन शाखा के अधिकारी नागेरबाजार थाने पहुंचे और सौमिक से पूछताछ के बाद उसे लालबाजार ले जाया गया।
इस गिरफ्तारी का घटनाक्रम काफी नाटकीय रहा। पहले सौमिक ने मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी और फिर खुद ही नागेरबाजार थाने पहुंच गया। इसके बाद, थाने से कोलकाता पुलिस की गुंडा दमन शाखा ने उसे गिरफ्तार किया और पूछताछ के बाद उसे लालबाजार ले जाया गया।
सौमिक का नाम सामने आने के बाद तृणमूल कांग्रेस के पार्षद राजू सेन शर्मा का नाम भी चर्चा में आ गया। यह कहा जा रहा है कि सौमिक, राजू का करीबी है। सौमिक ने हमले की बात स्वीकार करते हुए कहा कि वह प्रदर्शन में शामिल होने गया था, और भावुक होकर तोड़फोड़ में भी शामिल हो गया।
सौमिक दास ने कहा कि मैं प्रदर्शन में गया था, लेकिन जब वहां सब तोड़फोड़ कर रहे थे, तो भावनाओं में बहकर मैंने भी तोड़फोड़ कर दी। मुझसे गलती हो गई।
इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर सौमिक आर.जी. कर अस्पताल क्यों गया ? क्या उसे वहां भेजा गया था ? सौमिक ने दावा किया कि वह अपनी मर्जी से 14 अगस्त की रात वहां गया था। उसने कहा कि मेरे साथ जिम करने वाले कई लोग भी वहां गए थे। सब लोग अंदर जा रहे थे, तो मैं भी अंदर चला गया। इसके बाद गुरुवार को पुलिस ने मुझे फोन किया।
जब सौमिक और राजू सेन शर्मा के संबंधों पर सवाल उठाए गए, तो तृणमूल पार्षद ने कहा कि मीडिया के कहने पर मैंने उस लड़के को पहचानने की कोशिश की। फिर मुझे पता चला कि वह उसी इलाके का रहने वाला है। लेकिन वह मेरे वार्ड का निवासी नहीं है। जो भी हो, वह मेरा करीबी नहीं है। जिन्होंने यह घटना की है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए।
वहीं, भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिर्वाण समाजपति ने कहा कि ये सभी लड़के तृणमूल के सदस्य हैं। केवल सौमिक ही नहीं, मैंने सुना है कि उस इलाके में और भी कई लोग हैं जो उस रात तोड़फोड़ में शामिल थे।