कोलकाता : राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को राज्य के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के प्रबंधन पर निशाना साधा। राज्यपाल ने अपनी बुलाई बैठक में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के न पहुंचने पर राज्य सरकार पर डर का माहौल बनाने का आरोप लगाया है।
राज्यपाल ने शुक्रवार की सुबह ट्वीट किया कि ममता सरकार में राज्य की शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर चिंताजनक है। राज्य में शिक्षा व्यवस्था में राजनीतिक संगठन विस्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि ममता सरकार में शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर भयानक है। राज्यपाल के साथ बैठक में राज्य के निजी विश्वविद्यालय का कोई भी प्राचार्य व कुलपति नहीं पहुंचा। राज्य में शिक्षा व्यवस्था में संगठन का विस्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
राज्यपाल ने इसी महीने की 20 तारीख को निजी विश्वविद्यालयों के 11 कुलपतियों और प्राचार्यों को एक बैठक में बुलाया था। यह बैठक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। इन सभी कुलपति और प्राचार्यों ने संयुक्त रूप से राज्यपाल को पत्र लिखकर बताया कि वे ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राजभवन नहीं आ सकते। इसके जवाब में राज्यपाल ने लिखा है कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए राजभवन में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बैठक में भाग लेने में किसी को कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए।
बताया गया कि गुरुवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे कुलपतियों और प्राचार्यों को राजभवन जाना था लेकिन कोई भी राजभवन नहीं पहुंचा। राज्यपाल ने राजभवन में खाली सीट की तस्वीर को भी ट्विटर पर पोस्ट किया। उन्होंने जनवरी 2020 की एक घटना की याद दिलाई। दोनों घटनाओं को जोड़ते हुए राज्यपाल ने लिखा कि शासक का कानून शिक्षा प्रणाली में परिलक्षित हो रहा है, डर का माहौल बना दिया गया है।