कोलकाता : वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पहाड़ पर नए समीकरण बनते नजर आ रहे हैं। वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल का समर्थन करने वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के संस्थापक अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वे उस पार्टी का समर्थन करेंगे जो पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर स्थायी राजनीतिक समाधान (पीपीए) के जीजेएम के आह्वान का समर्थन करेगी।
उन्होंने कहा कि पृथक गोरखालैंड मुद्दे पर एक बैठक दिसंबर में नई दिल्ली में होने वाली है। हमारा रुख स्पष्ट है। हम वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में उस राजनीतिक दल का समर्थन करेंगे जो पहाड़ियों में राजनीतिक समाधान की हमारी मांग का समर्थन करेगा।
हालांकि, उन्होंने इस सवाल पर चुप्पी साध ली कि क्या राजनीतिक समाधान में जीजेएम की अलग गोरखालैंड राज्य की पुरानी मांग शामिल होगी। हालांकि वह स्पष्ट तौर पर इस बात का संकेत दे रहे थे कि अब तृणमूल कांग्रेस के साथ उनका राजनीतिक संबंध बहुत दिनों तक चलने वाला नहीं है।
अलग गोरखालैंड राज्य को लेकर वर्ष 2017 में बड़े आंदोलन शुरू होने के बाद से गुरुंग पहाड़ियों से फरार थे। बाद में वह वर्ष 2020 में नजर आए थे और सीधे तृणमूल कांग्रेस को समर्थन की घोषणा की थी। इसके बाद उनके खिलाफ दर्ज सारे केस वापस ले लिए गए थे।