कोलकाता : जब से शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार युवा तृणमूल नेता कुंतल घोष ने दावा किया है कि शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार में शामिल तापस मंडल का भाजपा से संबंध है, तब से इसको लेकर विभिन्न हलकों में जोरदार चर्चा हो रही है। हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कुंतल के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।
दिलीप घोष ने शनिवार को कहा कि जेल जाने के बाद याद आया है? लगता है उन्हें किसी ने सिखाया है। वह भी गिरफ्तारी के इतने दिनों बाद उन्हें यह बात बोलने की जरूरत पड़ी है। तापस मंडल हो या कोई और, जिसके साथ मिलकर आम लोगों को ठग रहे थे तब क्या वे नहीं जानते थे कि कौन सीपीएम से था, कौन बीजेपी से था, कौन तृणमूल से था। आज जब बचने का कोई उपाय नहीं है तो बीजेपी का नाम लिया जा रहा है। ओएमआर शीट, प्रवेश पत्र आपके घर से बरामद हुआ है। यह आपके दुष्कर्म का प्रमाण है। तापस मंडल का भाजपा से संबंध है या नहीं, आपको इसे सबूत के साथ साबित करना होगा। आपके बचने का कोई रास्ता शेष नहीं है।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने 21 जनवरी को चिनार पार्क में फ्लैट की तलाशी के बाद कुंतल घोष को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ईडी की हिरासत में उनसे पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तारी के दिन फ्लैट से निकलने के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब में कुंतल ने कहा था कि मैं तापस मंडल को वर्ष 2015 से जानता हूं। तापस ने मुझसे 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह स्थिति रिश्वत के पैसे नहीं देने के कारण बनी है। यह सब तापस मंडल की साजिश है। मुझे फंसाया गया है। इसके बाद शुक्रवार को हुगली युवा नेता कुंतल घोष ने दावा किया कि तापस मंडल भाजपा से जुड़े हुए हैं। उन्हें केवल राजनीतिक कारणों से फंसाया गया है। कुंतल ने आगे कहा कि वह यह बात न केवल मीडिया के सामने बल्कि अदालत में भी रखेंगे।