दिनहाटा : रविवार को दिनहाटा के नयाहाट बाजार में पार्टी की बैठक के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा के निशाने पर रहे। उन्होंने कहा कि ज्योति बसु ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। उस समय मेडिसिन और इंजीनियरिंग में ज्यादा सीटें नहीं हुआ करती थीं। कई मेधावी छात्रों को अच्छे परिणाम के बाद भी मौका नहीं मिला लेकिन तब भी मुख्यमंत्री के नाम पर कोटा था। मेडिकल और इंजीनियरिंग की 10-10 सीटें आरक्षित थीं। उस कोटे में कई कम योग्य छात्रों को मौका भी मिला था। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने दिनहाटा के माकपा नेता मानिक दत्त का नाम लिया, जिनके बेटे ने हायर सेकेंडरी सेकेंड डिवीजन से पास किया और डॉक्टर बन गए, केवल ज्योति बसु के कोटे की वजह से। उदयन गुहा की टिप्पणियों को लेकर आलोचना शुरू हो गई है लेकिन वामपंथी नेतृत्व की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
उल्लेखनीय है कि इस वक्त राज्य की सत्ताधारी पार्टी शिक्षा समेत कई क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के आरोपों से त्रस्त है। उदयन गुहा इन्हीं आरोपों के विरुद्ध पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार के कार्यकाल की घटनाओं का उल्लेख कर रहे हैं। वाममोर्चा सरकार के कार्यकाल में मंत्री रहे अपने पिता कमल गुहा की सिफारिश पर नौकरी मिलने की दावा कर रहे हैं, तो कभी दावा कर रहे हैं कि ये बातें पहले भी हुईं और बाद में भी होंगी। दरअसल, उदयन के पिता कमल गुहा तत्कालीन वामपंथी सरकार में मंत्री थे। उदयन खुद लंबे समय तक फॉरवर्ड ब्लॉक में रहे हैं। बाद में, राज्य में बदलाव के बाद वह ममता बनर्जी के विकास में शामिल होने का दावा करते हुए तृणमूल में शामिल हो गए और विधायक भी बने। वर्तमान में वह उत्तर बंगाल विकास मंत्री हैं।