वाराणसी : इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी कड़ी सुरक्षा के बीच ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) टीम ने सर्वे शुरू किया। मस्जिद परिसर में एएसआई टीम सुबह लगभग आठ बजे पहुंची। टीम के मस्जिद परिसर में पहुंचने के साथ प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता एजाज मकबूल,अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के पदाधिकारी भी आए। दूसरे दिन भी एएसआई टीम ने रेडिएशन के जरिये सर्वे कार्य को आगे बढ़ाया। सर्वे के लिए टीम अपने साथ सैंपल बैग, चार्ट पेपर, बाल्टी, कुदाल, छाता, कुछ केमिकल लेकर पहुंची है।
हिंदू पक्ष के वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन भी दूसरे दिन सर्वे में शामिल होने पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि इमेजिंग, मैपिंग और साफ-सफाई हुई है। सारी प्रक्रिया आधुनिक तकनीक से हो रही है। सर्वे में कितना समय लगेगा, अभी ये कहना मुश्किल है। एएसआई टीम ये पता लगाएगी कि ढांचा कितना पुराना है। क्या कुछ नया निर्माण हुआ है। जीपीआर किया जाएगा। हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने कहा है कि उम्मीद है लोग सर्वेक्षण में सहयोग करेंगे। हम चाहते हैं कि मामला सुलझ जाए। जल्द ही सर्वेक्षण से सबकुछ साफ हो जाएगा।
दूसरे दिन के सर्वे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की किलेबंदी की गई है। ज्ञानवापी के गेट नंबर चार से लेकर आसपास पुलिस और आरएएफ की टुकड़ी तैनात की गई है। गौरतलब हो कि ज्ञानवापी परिसर में पहले दिन के सर्वे में सात घंटे से ज्यादा समय तक परिसर की आकृति तैयार की है। माप-जोख भी की गई। सर्वे के लिए ज्ञानवापी परिसर को चार ब्लॉक में बांटा गया है। चारों तरफ सीसीटीवी लगाए हैं। वीडियोग्राफी भी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार की बारीक स्कैनिंग की जा रही है। ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार विधि से सर्वे की कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। माना जा रहा है कि दो दिन के सर्वे में पूरे परिसर की पैमाइश हो जाएगी। अब तक पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई नमूने जुटाए गए हैं। इन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।