कोलकाता : विधानसभा चुनाव 2021 में जीत हासिल कर ममता बनर्जी के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के एक साल पूरे होने पर तृणमूल कांग्रेस ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की भारी सफलता का दावा किया है। तृणमूल कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इसका वादा किया था। सरकार बनने के बाद राज्य कैबिनेट ने पिछले साल 30 जून को ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना’ को मंजूरी दे दी थी। गुरुवार को पार्टी की तरफ से किए गए ट्वीट के माध्यम से दावा किया गया है कि इस कार्ड के माध्यम से ऋण के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या 2 लाख के करीब पहुंच चुकी है। इनमें से 3,500 विद्यार्थियों के ऋण को मंजूरी मिल गई है।
पहले स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के आवेदनकारियों को मार्क शीट एवं सर्टिफिकेट की स्क्रूटनी कराकर शिक्षा विभाग देखेगा। इसके बाद विद्यार्थियों द्वारा अपलोड किये गए सभी कागजातों की जांच की जाती है। उसके बाद आवेदनपत्र को शिक्षा विभाग बैंक को भेजता है। जिस संस्थान में आवेदनकर्ता ने पढ़ाई के लिए आवेदन किया है उस संस्थान एवं उससे जुड़े कोर्स के बारे में शिक्षा विभाग जानकारी लेता है। सभी शर्तें पूरी होने पर बैंक आवेदनकर्ता के खाते में राशि जमा करता है।
उल्लेखनीय है कि कोई भी व्यक्ति जिसने पश्चिम बंगाल में 10 साल बिताए हैं, इसका लाभ उठा सकता है। भारत या विदेश में स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और पोस्ट-डॉक्टरल अध्ययन के लिए ऋण उपलब्ध होगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि एक छात्र को नौकरी मिलने के बाद कर्ज चुकाने के लिए 15 सालों का समय दिया जाएगा।