नयी दिल्ली : विपक्षी दलों की राज्यसभा से 12 सदस्यों को निलंबित किए जाने के मुद्दे पर आयोजित बैठक में तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं हुई। मंगलवार को बैठक सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में आयोजित की गई थी। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए।
विपक्षी दलों की बैठक में 16 पार्टियों ने शिरकत की। इसमें कांग्रेस सहित द्रमुक, शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, माकपा, भाकपा, राजद, आईयूएमएल, एमडीएमके, एलजेडी, नेश्नल कांफ्रेंस, आरएसपी, टीआरएस, केरल कांग्रेस और वीसीके पार्टी के नेता शामिल हुए।
कांग्रेस सहित 14 विपक्षी पार्टियों ने राज्यसभा में प्रस्ताव लाकर 12 सदस्यों को चालू सत्र के बाकी दिनों के लिए निलंबित किए जाने का सोमवार को विरोध किया था। इस संबंध में विपक्षी नेताओं की आज बैठक आयोजित की गयी थी। राज्यसभा ने सोमवार को ही संसद के शीतकालीन सत्र में अपने 12 सदस्यों को अमर्यादित आचरण के कारण चालू सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया था। इन सदस्यों को पिछले मानसून सत्र के दौरान आसन के प्रति अमर्यादित आचरण के कारण निलंबित किया गया है। सांसदों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, माकपा और भाकपा के सदस्य शामिल हैं।
जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है, उनमें फूलो देवी नेताम (कांग्रेस), छाया वर्मा (कांग्रेस), रिपुन बोरा (कांग्रेस), अखिलेश प्रसाद सिंह (कांग्रेस), राजमणि पटेल (कांग्रेस), सैय्यद नासिर हुसैन (कांग्रेस), दोला सेन (तृणमूल कांग्रेस), शांता क्षेत्री (तृणमूल कांग्रेस), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना), अनिल देसाई (शिवसेना), एलामारम करीम (माकपा) और विनोय विस्वाम (भाकपा) के नाम शामिल हैं।मानसून सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त को सदन में आसन के प्रति अमर्यादित और अनियंत्रित आचरण के कारण इन सदस्यों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।