आसनसोल : रविवार को तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आसनसोल में भाजपा के कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में तीन मंत्री शशि पांजा, बाबुल सुप्रिया, मलय घटक, पार्थ भौमिक, युवा तृणमूल अध्यक्ष सायोनी घोष मौजूद थे। शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद, प्रतिनिधिमंडल ने आसनसोल में पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में शुभेंदु अधिकारी पर जमकर हमला बोला। शशि पांजा, सायोनी घोष ने कंबल राजनीति की आलोचना की। वहीं तृणमूल प्रतिनिधिमंडल को देखकर पीड़ित परिवार फूट-फूट कर रोने लगे।
तृणमूल युवा अध्यक्ष सायोनी घोष ने आसनसोल पार्टी कार्यालय प्रेस कॉन्फ्रेंस से शुभेंदु अधिकारी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वे कंबल बांटकर वोट खरीदने गए थे। आने वाले समय में आप देखेंगे कि उन्होंने जो कंबल बांटे हैं उन्हीं के आधार पर यहां की जनता ममता बनर्जी को वोट देगी। जिन लोगों ने कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया था उनमें से कोई भी पीड़ितों से मिलने तक नहीं आया। यहां तक कि राज्य के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी उनसे मिलने नहीं गए। शशि पांजा ने चुटकी लेते हुए कहा कि राजनीतिक रूप से दिवालिया पार्टियां यही करती हैं। आज के दौर में भी भाजपा की एक सभा में पांच सौ लोग भी नहीं जुटते हैं।
वहीं, बाबुल सुप्रियो ने कहा कि यहां के तृणमूल नेता जिस तरह से पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं, उससे भाजपा को सीख लेनी चाहिए। उनके बुलावे पर ही लोग वहां पहुंचे और मौत की गोद में समा गए। इसके बावजूद एक भी भाजपा नेता पीड़ित परिवारों से मिलने तक नहीं आया। यह बेहद शर्मनाक घटना है।
उल्लेखनीय है कि 14 दिसंबर को आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर 27 में ”शिवचर्चा” नामक कार्यक्रम की मुख्य सूत्रधार भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी की पत्नी पार्षद चैताली तिवारी थीं। शुभेंदु अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। शुभेंदु अधिकारी ने भाषण के अंत में सांकेतिक कंबल बांटे और वहां से चले गए। उनके जाते ही कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ मच गई। भगदड़ में कुचले जाने के कारण दो महिलाओं और एक किशोरी समेत तीन लोगों मौत हो गई जबकि सात अन्य घायल हो गए। पुलिस ने जितेन्द्र तिवारी और उनकी पार्षद पत्नी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और छह लोगों को गिरफ्तार किया है।