कोलकाता : केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ 2024 से पहले विपक्षी महागठबंधन अभी ठीक से बना भी नहीं है कि विपक्ष के चेहरे को लेकर रस्साकशी शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी को विपक्ष का चेहरा बनाने की मांग की है। तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय ने कहा है कि इंडिया गठबंधन का चेहरा ममता बनर्जी को बनाया जाना चाहिए।
रॉय ने कहा, ”कांग्रेस प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं है। इसलिए हम चाहते हैं कि चेहरा ममता बनर्जी बनें।”
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने 2024 में दिल्ली में परिवर्तन का आह्वान किया। इसी मकसद से कल पटना के बाद बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक हुई थी। उस मेगा बैठक में सोनिया, राहुल से लेकर नीतीश-ममता तक एक टेबल पर थे। बैठक में 26 भाजपा विरोधी पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की थी। नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने की मांग वाले पोस्टर भी बेंगलुरु में लगे थे। उसके बाद अब ममता बनर्जी की पार्टी की ओर से इसी तरह की मांग की गई है। इस विपक्षी गठबंधन का नाम भारतीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक समावेशी गठबंधन होगा। हालांकि, इस नाम पर तृणमूल कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी। वे दो शब्दों को बदलना चाहते हैं क्योंकि वे एनडीए गठबंधन के नाम से मिलते-जुलते हैं। उनकी बात मानते हुए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गठबंधन का नाम डेमोक्रेटिक के बजाय डेवलपमेंटल होगा। नाम है भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (ईंडिया)।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 11 सदस्यों की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी। वे विपक्ष के चेहरे का चुनाव करेंगे।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को राज्य स्तर पर विपक्षी दलों के बीच मतभेदों को स्वीकार किया था। लेकिन उनका यह भी कहना है कि ये मतभेद इतने बड़े नहीं हैं कि इन्हें आम लोगों के हित में अलग रखा न जा सके।